AC की बढ़ती संख्या से बिजली की मांग भी होगी दोगुनी!
यूसी बर्कले के भारत ऊर्जा और जलवायु केंद्र (IECC) द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि भारत हर साल 1-1.5 करोड़ नए AC जोड़ता है. यदि सरकार ने इस पर कोई ठोस नीति नहीं बनाई, तो अकेले AC की वजह से 2030 तक 120 GW और 2035 तक 180 GW अतिरिक्त बिजली की जरूरत होगी. यह कुल बिजली खपत का लगभग 30% होगा.
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क्या AC की वजह से बिजली संकट होगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि 2026 तक भारत में बिजली की भारी कमी हो सकती है, क्योंकि एयर कंडीशनर की मांग बिजली उत्पादन से ज्यादा तेजी से बढ़ रही है. पिछले साल, 30 मई 2023 को भारत की बिजली की मांग 250 GW से अधिक हो गई थी, जो अनुमान से 6.3% ज्यादा थी.
AC की बढ़ती बिक्री का कारण क्या है?
ग्लोबल वार्मिंग और बढ़ता तापमान
आर्थिक विकास से ज्यादा लोग AC खरीद पा रहे हैं
शहरों में रहने वालों की संख्या बढ़ रही है.
क्या किया जा सकता है?
ऊर्जा बचाने वाले ऊर्जा दक्ष AC को अपनाना
बिजली बचाने वाली तकनीकों को बढ़ावा देना
सरकार की तरफ से AC की ऊर्जा दक्षता दोगुनी करने पर काम करना
इससे 2.2 लाख करोड़ रुपये की बचत हो सकती है
भारत में AC की सबसे ज्यादा मांग!
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, AC की सबसे ज्यादा मांग भारत में होगी. इसके बाद चीन, नाइजीरिया, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, बांग्लादेश, ब्राजील, फिलीपींस और अमेरिका जैसे देशों का नंबर आएगा.
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