Apple ने चीन को कहा बाय-बाय, अमेरिका में बिकने वाले सभी iphone बनेंगे अब भारत में

टैरिफ खतरे को देखते हुए एप्पल ने अमेरिका के बाजार के लिए iPhone असेंबली भारत में स्थानांतरित करने की योजना बनाई है. यह कदम कंपनी की चीन पर निर्भरता कम करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है.

By Ankit Anand | April 26, 2025 11:34 AM
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iphone: ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल अमेरिका में बिकने वाले आईफोन की असेंबली चीन से हटाकर भारत में करने पर विचार कर रहा है. यह कदम अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध के बीच उठाया जा सकता है. हाल ही में अमेरिका ने चीनी वस्तुओं पर 145 प्रतिशत तक का भारी टैरिफ लगाया है, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी उत्पादों पर 125 प्रतिशत का शुल्क लगा दिया है. इन टैरिफ्स का एशियाई अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ा है. हालांकि भारत पर इसका असर अपेक्षाकृत कम रहा है, जहां टैरिफ महज 26 प्रतिशत है, जो कि चीन की तुलना में काफी कम है.

टैरिफ वॉर के बीच भारत को होगा फायदा

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस महीने की शुरुआत में टैरिफ बढ़ाने की घोषणा के बाद, टेक दिग्गज Apple ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए भारत में निर्मित iPhones को अमेरिका निर्यात करना शुरू कर दिया. यह कदम चीन से आयात पर भारी शुल्क से बचने की रणनीति का हिस्सा था. हालांकि अमेरिका ने स्मार्टफोन पर लगाए गए टैरिफ को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है, लेकिन चीन से आने वाले सभी उत्पादों पर अब भी 20 प्रतिशत का अलग लेवी लागू है.

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भारत में बढ़ रहा है iphone का उत्पादन

इंटरनेशनल डेटा कॉर्पोरेशन की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में Apple के वैश्विक iPhone शिपमेंट में अमेरिका की हिस्सेदारी लगभग 28 प्रतिशत रही, जो कुल 232.1 बिलियन यूनिट्स के करीब थी. Apple भारत में अपने ऑपरेशनल कैपेसिटी को तेजी से बढ़ा रहा है और Foxconn व Tata Electronics जैसे कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स के साथ मिलकर काम कर रहा है. यह कदम Apple की आपूर्ति श्रृंखला को चीन से हटाकर विविधता देने की रणनीति का हिस्सा है. कंपनी का लक्ष्य है कि 2026 के अंत तक अमेरिका में बिकने वाले सभी 60 मिलियन से अधिक iPhones की आपूर्ति भारत से ही की जाए.

टेक कंपनियों की भारत की ओर बढ़ती रुचि

एप्पल ही नहीं, अब अन्य दिग्गज तकनीकी कंपनियां भी भारत में मैन्युफैक्चरिंग की संभावनाएं तलाश रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वियतनाम से आयात पर 46 प्रतिशत तक की भारी टैरिफ लगने के बाद सैमसंग भारत में स्मार्टफोन उत्पादन शिफ्ट करने पर विचार कर रहा है. वहीं, गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट इंक भी वियतनाम से अपने पिक्सल स्मार्टफोन के कुछ हिस्सों का उत्पादन भारत में शिफ्ट करने को लेकर डिक्सन टेक्नोलॉजी और फॉक्सकॉन जैसी विनिर्माण कंपनियों से बातचीत कर रही है.

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