MWC 2025: दुनिया की चार प्रमुख टेक कंपनियां जियो प्लैटफॉर्म्स लिमिटेड (JPL), एएमडी (AMD), सिस्को (Cisco) और नोकिया (Nokia) ने मिलकर एक नया ओपन टेलीकॉम AI प्लैटफॉर्म लॉन्च करने की घोषणा की है. मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस 2025 (Barcelona, Spain) में किये गए इस बड़े ऐलान के मुताबिक, यह प्लैटफॉर्म टेलीकॉम ऑपरेटर्स को एआई-आधारित समाधान (AI Solutions) उपलब्ध कराएगा. इस नई तकनीक से न केवल नेटवर्क की सुरक्षा (Security) और दक्षता (Efficiency) बढ़ेगी, बल्कि कमाई के भी नये अवसर खुलेंगे.
रिलायंस जियो इस प्लैटफॉर्म का पहला उपयोगकर्ता होगा, जो अपने नेटवर्क पर इसकी शुरुआत करेगा. इस सहयोग का उद्देश्य नेटवर्क ऑटोमेशन को अगले स्तर तक ले जाना है, जिससे उपयोगकर्ता अनुभव पहले से अधिक सुरक्षित, तेज और निर्बाध हो जाएगा.
कैसा होगा नया ओपन टेलीकॉम AI प्लैटफॉर्म?
यह प्लैटफॉर्म एक मल्टी-डोमेन इंटेलिजेंस फ्रेमवर्क पर आधारित होगा, जो टेलीकॉम नेटवर्क्स को एंड-टू-एंड इंटेलिजेंस प्रदान करेगा. इसका मकसद नेटवर्क ऑपरेशंस को अधिक स्वायत्त (Autonomous) और स्मार्ट बनाना है.
प्रमुख विशेषताएं :
AI-आधारित ऑटोमेशन – नेटवर्क समस्याओं की पहचान और समाधान में तेजी
बेहतर सुरक्षा – साइबर अटैक्स और अन्य खतरों से उन्नत सुरक्षा
लागत में कमी – ऑपरेटिंग कॉस्ट को कम करने में मदद
रेवेन्यू के नए स्रोत – डिजिटल सर्विसेज में विविधता और नए राजस्व अवसर.
रिलायंस जियो के ग्रुप सीईओ मैथ्यू ओमन ने कहा, यह प्लैटफॉर्म टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक नई क्रांति लाएगा. एआई-आधारित यह सिस्टम नेटवर्क को इस तरह से ऑटोमेट करेगा कि यह उपयोगकर्ता की जरूरतों के हिसाब से खुद को ढाल सके.
सहयोगी कंपनियों के क्या हैं विचार?
एएमडी की सीईओ लिसा सु ने कहा कि यह सहयोग अगले स्तर की एआई टेक्नोलॉजी को दूरसंचार क्षेत्र में लाकर ऑपरेटरों और उपभोक्ताओं दोनों के अनुभव को बेहतर बनाएगा.
सिस्को के सीईओ चक रॉबिंस ने कहा कि हमारे पास टेलीकॉम विशेषज्ञता और तकनीकी नवाचार को एक साथ लाने का बेहतरीन अवसर है.
नोकिया के प्रेसीडेंट पेक्का लुंडमार्क ने कहा कि यह प्लैटफॉर्म प्रदर्शन, सुरक्षा और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाकर दूरसंचार के भविष्य को परिभाषित करेगा.
क्यों खास है यह नया टेलीकॉम AI प्लैटफॉर्म?
टेलीकॉम का भविष्य: इस प्लैटफॉर्म के जरिये AI की शक्ति से टेलीकॉम ऑपरेशंस में स्वचालन (Automation) और इंटेलिजेंस को बढ़ावा मिलेगा.
उपयोगकर्ता अनुभव में सुधार: नेटवर्क में रियल-टाइम सुधार और समस्याओं को स्वतः हल करने की क्षमता.
नयी डिजिटल सेवाएं: टेलीकॉम कंपनियों के लिए डिजिटल इनोवेशन और मोनिटाइजेशन के नये अवसर.
क्या होगा जियो का फायदा?
जियो प्लैटफॉर्म्स इस नये ओपन टेलीकॉम AI प्लैटफॉर्म का पहला यूजर होगा. इससे नेटवर्क प्रदर्शन और सर्विस क्वालिटी में सुधार होगा, साथ ही जियो के ग्राहकों को अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय सेवा मिलेगी. जियो, एएमडी, सिस्को और नोकिया का यह नया ओपन टेलीकॉम AI प्लैटफॉर्म दूरसंचार क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखने जा रहा है. यह केवल नेटवर्क ऑटोमेशन नहीं, बल्कि एक स्वायत्त (Autonomous) सिस्टम है, जो उपयोगकर्ता की जरूरतों के अनुसार काम करेगा.
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