Viral Post: सैलरी विवाद को लेकर TCS ऑफिस के बाहर फुटपाथ पर सो गया कर्मचारी, कंपनी ने आखिरकार तोड़ी चुप्पी
TCS Employee: आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के एक कर्मचारी ने बकाया सैलरी की मांग को लेकर पुणे स्थित ऑफिस के बाहर विरोध जताया. कर्मचारी सौरभ मोरे की फुटपाथ पर सोते हुए एक तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. आइए जानते हैं पूरा मामला...
By Ankit Anand | August 5, 2025 3:30 PM
TCS Employee: भारत की जानी-मानी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के एक कर्मचारी ने अपने बकाया वेतन की मांग को लेकर पुणे स्थित ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी का नाम सौरभ मोरे हैं. प्रदर्शन कर रहे उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. फोटो में साफ देखा जा सकता है वे फुटपाथ पर लेटे हुए नजर आ रहे हैं. इस फोटो में वह अपना बैग तकिए की तरह इस्तेमाल करते दिख रहे हैं, जबकि उनके पास एक लेटर भी रखा हुआ है. अब इस मामले पर कंपनी की ओर से जावब सामने आया है. आइए जानते हैं क्या कहा गया है…
सौरभ ने क्या लिखा है लेटर में?
उनके लेटर के एक हिस्से में उन्होंने लिखा है, “मैंने 29 जुलाई को टीसीएस के सह्याद्री पार्क, पुणे कार्यालय में रिपोर्ट किया था, लेकिन अब तक मेरी आईडी अल्टीमैटिक्स और टीसीएस सिस्टम पर एक्टिव नहीं हुई है. इसके अलावा, मुझे सैलरी भी नहीं मिला है, जिसकी पुष्टि 30 जुलाई 2025 को हुई एक मीटिंग में की गई थी.”
उन्होंने आगे लिखा कि उस मीटिंग में उन्हें बताया गया था कि उनको अगले दिन यानी 31 जुलाई को सैलरी मिल जाएगा. लेटर में उन्होंने यह भी कहा, “मैंने एचआर को इन्फॉर्म किया कि मेरे पास कोई पैसे नहीं हैं, और ऐसी स्थिति में मुझे टीसीएस ऑफिस के बाहर फुटपाथ पर रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.” इसके बाद उन्होंने यह आरोप लगाया कि एचआर की ओर से कोई जवाब नहीं मिला और वे चुप रहे. इस कारण, वे 29 जुलाई से टीसीएस (TCS) कार्यालय के बाहर फुटपाथ पर ही रह रहे हैं.
TCS ने क्या दिया जवाब
वायरल घटना और मीडिया कवरेज के बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने इस मामले पर आधिकारिक बयान जारी किया है. कंपनी ने स्पष्ट किया कि यह मामला गैरअनुमोदित अनुपस्थिति से जुड़ा है और इसे आंतरिक नीतियों के अनुसार संभाला गया.
बयान में कहा गया, “यह एक गैरअनुमोदित अनुपस्थिति का मामला है, जहां कर्मचारी ऑफिस से अनुपस्थित था. मानक प्रक्रिया के तहत इस अवधि के दौरान उनका सैलरी रोक दिया गया था. अब कर्मचारी वापस लौट आया है और पुनर्नियुक्ति का अनुरोध किया है. फिलहाल हमने उसे अस्थायी आवास उपलब्ध कराया है और हम उसकी स्थिति को निष्पक्ष और रचनात्मक तरीके से सुलझाने में सहायता कर रहे हैं.” कंपनी ने यह भी जोर दिया कि मोरे के लौटने के बाद उसे पूरा सहयोग और अस्थायी रहने की व्यवस्था दी गई है और स्थिति के समाधान के लिए प्रयास जारी हैं.