693 वृक्ष काटने के लिए अंचल कार्यालय में जमा किया गया था आवेदन
मालूम हो कि चक्रधरपुर निवासी महेश्वर प्रसाद मंडल और श्याम कुमार मंडल द्वारा रैयती जमीन पर लगे 693 सागवान वृक्षों की कटाई कराने के लिए अंचलाधिकारी को आवेदन दिया था. उस आवेदन पर सीआई कृष्णा सोय ने वृक्षों की कटाई से पर्यावरण पर असर पड़ने की हवाला देते हुए आवेदन पर जांच करने की बात कही. इसके बावजूद सैकड़ों वृक्ष की कटाई होना जांच का विषय है.
70 लोट में निलामी के लिए रखी गई है लकड़ी का बोटा
झारखंड वन विकास निगम रेंज चक्रधरपुर चेलाबेड़ा डिपो के कर्मचारी भोला हाजरा ने कहा कि केरा रैंजर द्वारा 450 सागुवान की वृक्ष काट कर डिपो में जमा कराया है. इसके तहत 70 लोट निलामी के लिए लगाया गया है. जिसकी निलामी 13 फरवरी को पंप रोड डिपो में होगी.
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जांच कर होगी कार्रवाई : डीएफओ
इस संबंध में पोड़ाहाट डीएफओ आलोक वर्मा ने कहा कि इस मामले की मुझे जानकारी मिली है. अगर गलत हुआ है, तो उसकी जांच कर दोषियों को कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हांलाकि, उन्होंने कहा कि वृक्षों की कटाई में नियमों का पालन किया गया है.
वृक्ष कटाई की नहीं दी गई अनुमति : अंचलाधिकारी
इधर, चक्रधरपुर अंचलाधिकारी बाल किशोर महतो ने कहा कि वृक्षों की कटाई के लिए कार्यालय से किसी प्रकार की अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है. न ही इसकी मुझे जानकारी है. अगर बड़े पैमाने में वृक्षों की कटाई हुई है, तो मामले की जांच कर संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
24 घंटे में ही बदल गया रेंजर का सुर
सागवान वृक्षों की कटाई मामले में केरा वन क्षेत्र पदाधिकारी अजय कुमार ने 24 घंटे पहले वृक्ष कटाई के मामले में कहा था कि 400 वृक्षों की कटाई हुई है. इसकी विस्तृत जानकारी कार्यालय से प्राप्त कर ले. लेकिन, 24 घंटे के बाद गुरुवार की सुबह उन्होंने कहा कि चाईबासा डीएफओ कार्यालय से प्राप्त करें. जिसके बाद उन्होंने फोन काट दिया.
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