TMC के “खेला होबे” पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष का तंज, ‘जो खेलने आए थे वे हार चुके हैं’
Bengal Chunav 2021 Bengal BJP State President Dilip Ghosh Attacked TMC Khela Hobe slogan: भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया है. उन्होंने कहा है कि जो खेलने आए थे वे हार चुके हैं. रविवार को सुबह के समय मॉर्निंग वॉक के लिए निकले घोष ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि पांच चरणों के चुनाव हो चुके हैं और 180 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है. इनमें से भारतीय जनता पार्टी 125 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज कर चुकी है.
By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2021 5:12 PM
कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने रविवार को सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया है. उन्होंने कहा है कि जो खेलने आए थे वे हार चुके हैं. रविवार को सुबह के समय मॉर्निंग वॉक के लिए निकले घोष ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि पांच चरणों के चुनाव हो चुके हैं और 180 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है. इनमें से भारतीय जनता पार्टी 125 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में जीत दर्ज कर चुकी है.
टीएमसी के खेला होबे नारे पर तंज कसते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सच्चाई यह है कि जो लोग “खेला होबे” के नारे के साथ मैदान में उतरे थे वे खेल छोड़कर चले गए हैं. चुनावी हिंसा पर बोलते हुए दिलीप घोष ने कहा कि मतदान केंद्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेवारी सेंट्रल फोर्स की है जबकि बाहर सुरक्षित करने वाली पुलिस है.
दिलीप घोष ने कहा कि हर एक चरण में जहां भी हिंसा या समस्या हुई है वह मतदान केंद्र के बाहर की बात है, और समस्या यह है कि पुलिस 10 सालों तक तृणमूल कांग्रेस के अपराधियों के साथ सांठगांठ में रही है इसलिए उन्हें हालात नियंत्रण करने में समस्या हो रही है.
बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग ने 15 अप्रैल को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को 24 घंटे के लिए बैन कर दिया था. शीतलकुची मामले में दिलीप घोष के दिये गये बयान को लेकर उनके खिलाफ चुनाव आयोग ने यह कार्रवाई की थी. आयोग के बैन के बाद दिलीप घोष 15 अप्रैल (गुरुवार) की शाम सात बजे से 16 अप्रैल (शुक्रवार) शाम सात बजे तक चुनाव प्रचार नहीं कर पाए थे.
बंगाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने शीतलकुची मामले पर बयान देते हुए एक चुनावी सभा में कहा था कि कूच बिहार जैसी हत्याएं हो सकती हैं यदि शीतलकुची के शरारती लड़के फिर से कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश करेंगे. बता दें कि शीतलकुची चुनाव के दौरान हुई हिंसा में सुरक्षाबलों की फायरिंग में चार लोगों की मौत हो गयी थी.
उल्लेखनीय है कि शनिवार को पांचवें चरण में 45 सीटों के लिए बंगाल के छह जिलों में वोट डाले गये. मतदान के दिन दिन भर कहीं ना कहीं से हिंसा की खबरें आतीं रहीं. इससे पहले के चरणों में भी लगातार हिंसक घटनाओं की खबर आयी हैं इसके बाद से ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे थे.