पांव की ‘चोट’ से ‘घायल बाघिन’ का दार्शनिक वाला अंदाज, पुरुलिया में ममता बनर्जी बनीं ‘टीचर’…
Bengal Chunav 2021: कहते हैं जिंदगी में चोट की अपनी अहमियत और कीमत होती है. चोट लगने के बाद इंसान मैच्योर हो जाता है. जिंदगी के सही-गलत फैसले को बेहतर तरीके से सोचता और समझता है. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी इसी तर्ज पर जीने लगी हैं. ममता बनर्जी के पैर में चोट नंदीग्राम में लगी और उनको ज्ञान की प्राप्ति पुरुलिया की धरती पर हुई.
By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2021 4:58 PM
Bengal Chunav 2021: कहते हैं जिंदगी में चोट की अपनी अहमियत और कीमत होती है. चोट लगने के बाद इंसान मैच्योर हो जाता है. जिंदगी के सही-गलत फैसले को बेहतर तरीके से सोचता और समझता है. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी इसी तर्ज पर जीने लगी हैं. ममता बनर्जी के पैर में चोट नंदीग्राम में लगी और उनको ज्ञान की प्राप्ति पुरुलिया की धरती पर हुई. सोमवार को चुनावी सभा में ममता बनर्जी का ‘टीचर जी’ वाला अंदाज दिखा. पुरुलिया की रैली में ममता बनर्जी का अंदाज एकदम जुदा नजर आया. लगा मंच पर कोई टीचर बच्चों को टेक्स्ट बुक नहीं, जिंदगी का सबसे जरूरी सबक याद करा रहा है.
ममता बनर्जी ने सोमवार को पुरुलिया में चुनावी सभा को संबोधित किया. ममता बनर्जी ने बीजेपी पर तीखे हमले किए. मौजूद भीड़ को जिंदगी का एक सबक भी याद दिलाया. ममता बनर्जी ने जिक्र किया ‘अगर धन जाता है तो कुछ नहीं जाता है, अगर स्वास्थ्य जाता है तो थोड़ा बहुत जाता है और अगर चरित्र जाता है तो आपका सबकुछ चला जाता है.’ ममता बनर्जी के मुताबिक बीजेपी के पास चरित्र नहीं है. बीजेपी का चाल, चरित्र और चेहरा पूरी तरह अलग है. बीजेपी सत्ता पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है.
पुरुलिया की चुनावी सभा में ममता बनर्जी ने बीजेपी पर कई हमले किए. बंगाल के लिए बंगाल की बेटी के नारे को हकीकत में बदलने की मांग की. इस दौरान ममता बनर्जी ने मौजूद भीड़ से ‘बीजेपी चाई ना’ के नारे भी लगवाए. ममता बनर्जी के मुताबिक बंगाल की जनता के लिए बीजेपी नहीं है. बंगाल की जनता बीजेपी को नहीं चाहती है. इस चुनाव में पश्चिम बंगाल की अस्मिता और बीजेपी के चरित्र का फैसला होना है. पुरुलिया की रैली में टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने भी जोरदार भाषण दिया. अभिषेक बनर्जी ने अपने भाषण में बीजेपी पर हमला किया. इसके अलावा टीएमसी को समर्थन देने की अपील भी कर डाली.