उल्लेखनीय है कि रविवार को ही तृणमूल कांग्रेस की ओर से शुभेंदु के करीबी तथा पूर्व मेदिनीपुर जिले के तृणमूल सचिव कनिष्क पंडा को बहिष्कृत कर दिया गया था. पिछले 2 हफ्तों में शुभेंदु के करीबियों को या तो पार्टी से हटा दिया गया है या फिर उन्हें दरकिनार कर दिया गया है. कुछ दिन पहले ही शुभेंदु अधिकारी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वह राज्य के परिवहन, सिंचाई और जलमार्ग मंत्री थे.
इस्तीफे के बाद उनके संबंध में अटकलों का बाजार गर्म हो गया. भाजपा में शामिल होने की अफवाह तेज होने लगी. उन्हें समझाने के लिए सांसद तथा ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी तथा चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उनके साथ बैठक भी की. बै
Also Read: Bengal news : कैलाश विजयवर्गीय की बढ़ायी गयी सुरक्षा, अब चलेंगे बुलेट प्रूफ कार में
ठक के बाद एक अन्य तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने यह दावा किया था कि अब सबकुछ ठीक हो गया है. लेकिन, जल्द ही उनका दावा गलत साबित हुआ और शुभेंदु का संदेश सामने आया कि एकसाथ काम नहीं किया जा सकता.
तृणमूल ने भी अब स्पष्ट कर दिया है कि उनके साथ और बातचीत नहीं की जायेगी. शुभेंदु के समर्थक उनका पोस्टर उनके गढ़ पूर्व मेदिनीपुर के अलावा महानगर के विभिन्न स्थानों में लगा रहे हैं. इसमें शुभेंदु की तसवीर लगी होती है और नीचे ‘दादार अनुगामी’ (भैया के समर्थक) लिखा होता है.
Posted By : Samir Ranjan.