विद्यार्थियों को सप्ताह में दो बार बालीगंज साइंस कॉलेज में आकर वर्कशॉप करनी पड़ती है. बीटेक. छात्रों को दूसरे सेमेस्टर में कार्यशाला में इंजीनियरिंग यांत्रिकी और ड्राइंग सिखाया जाता है. टेक्नोलॉजी कैंपस में एक कार्यशाला की अनुपस्थिति के कारण, छात्रों को इंजीनियरिंग यांत्रिकी और ड्राइंग में अध्ययन के लिए बालीगंज साइंस कॉलेज में आना आवश्यक है. केवल बालीगंज परिसर में एक वर्कशॉप है, जिसे 2000 में जूट और फाइबर प्रौद्योगिकी में चार वर्षीय बीटेक पाठ्यक्रम के छात्रों के लिए शुरू किया गया था.
कलकत्ता विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार देवाशीष दास ने बताया कि विश्वविद्यालय ने कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे अन्य आठ विषयों में चार साल के बीटेक कोर्स को शुरू करने का फैसला किया था और 2015 में तकनीकी परिसर में सूचना प्रौद्योगिकी, कार्यशाला अब तक स्थापित नहीं की जा सकी है. हम बालीगंज परिसर में वर्कशॉप समाप्त कर देंगे और इसे साल्टलेक परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया है.
उम्मीद है, अगस्त से शुरू होने वाले इस शैक्षणिक वर्ष से छात्रों को साल्टलेक परिसर से बालीगंज की ओर नहीं आना पड़ेगा. विधानसभा चुनाव के बाद गैजेट्स को हटाने और पुनर्स्थापना के लिए निविदा मई में मंगायी जायेगी. उन्होंने कहा कि साल्टलेक से बालीगंज तक के छात्रों को इस समस्या के अलावा थ्योरेटिकल कक्षाओं के लिए भी परेशानी उठानी पड़ती थी. विश्वविद्यालय की इंजीनियरिंग कक्षाएं साल्टलेक, बालीगंज और राजाबाजार परिसरों में आयोजित की जाती हैं.
Also Read: Bengal Chunav 2021: दूसरे चरण के चुनाव से पहले आयोग की कार्रवाई, पूर्व मेदिनीपुर के चुनाव पदाधिकारी बिचित्र बिकास रॉय का हुआ ट्रांसफर
Posted By- Aditi Singh