Mamata Banerjee : इस हफ्ते ममता कैबिनेट में फेरबदल की संभावना… जानें मंत्रिमंडल में कौन होगा नया चेहरा
कुछ मामलों में मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर कुछ विभागों की जिम्मेदारी भी अपने पास रखी है. ऐसे में माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले ममता राज्य कैबिनेट में नया चेहरा लाकर चौंका सकती हैं.
By Shinki Singh | December 14, 2023 6:10 PM
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) के मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना है. इस तरह की अटकलें प्रशासनिक हलकों से लेकर सत्ताधारी पार्टी के अंदर तक लगाई जा रही हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कुछ दिनों के भीतर राज्य कैबिनेट में मामूली फेरबदल कर सकती हैं. नये चेहरे को सामने लाकर मुख्यमंत्री सभी को चौंका सकती है . ऐसा माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री 17 दिसंबर को दिल्ली जायेंगी. 20 तारीख को मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री के साथ बैठक होनी है. इस कार्यक्रम को पूरा करने के बाद वह दिल्ली से लौटेंगी. उसके बाद ही मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना जताई जा रही है.
नये चेहरे लाकर चौंका सकती है सीएम
लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी रणनीतियों पर कार्य करना शुरु कर दी है. इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकती हैं. राज्य कैबिनेट से वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक जेल में हैं. राशन भ्रष्टाचार मामले में ईडी द्वारा मंगलवार को सौंपी गई 162 पन्नों की चार्जशीट में ज्योतिप्रिय का नाम है. अब ये मामला कब तक चलेगा ये कोई नहीं जानता. ऐसे में वन विभाग का काम एक पूर्ण मंत्री को सौंपा जा सकता है. बिरबाहा हांसदा वर्तमान में वन विभाग की राज्य मंत्री है. उन्हें वन विभाग का पूर्ण मंत्री बनाए जाने की भी अटकलें हैं. साथ ही पर्यटन विभाग भी चर्चा में आया है. इंद्रनील सेन इस कार्यालय में स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री का पद संभालते हैं. प्रशासनिक हलकों में यह भी अफवाह है कि उन्हें पूर्ण मंत्री बनाया जा सकता है. ज्योतिप्रिया मल्लिक के पास औद्योगिक पुनर्निर्माण विभाग भी था.
इस बात पर भी चर्चा है कि क्या यह कार्यालय किसी नए को दिया जाएगा या अतिरिक्त जिम्मेदारी के रूप में उद्योग मंत्री के पास जाएगा. इसके चलते एक ओर जहां राज्य मंत्री से लेकर पूर्ण मंत्री तक फेरबदल की संभावना है, वहीं दूसरी ओर ऐसी भी खबरें हैं कि कैबिनेट में एक-दो नए चेहरे आ सकते हैं. एक राज्य मंत्रिमंडल में 44 मंत्री हो सकते हैं. ऐसे में साधन पांडे और सुब्रत साहा के निधन के बाद किसी नये व्यक्ति को कैबिनेट में नहीं लिया गया. विभाग की जिम्मेदारी दूसरे मंत्री को दी गई है. कुछ मामलों में मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर कुछ विभागों की जिम्मेदारी भी अपने पास रखी है. ऐसे में माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले ममता राज्य कैबिनेट में नया चेहरा लाकर चौंका सकती हैं.
नए साल में लोकसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस, तृणमूल, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, राजद, जेडीयू समेत भाजपा विरोधी राजनीतिक दल नरेंद्र मोदी को केंद्र की सत्ता से हटाने के लिए उतर आए हैं .इसे लेकर 19 तारीख को दिल्ली में अहम बैठक करने वाले हैं. इसमें भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच सीट बंटवारे और लडाई की रणनीतियों पर चर्चा होगी.इस बैठक में ममता बनर्जी के शामिल होने की उम्मीद है. ऐसे में अगला साल तृणमूल समेत बीजेपी विरोधी राजनीतिक दलों के लिए बेहद अहम है.