-रैली से लौट रहे तृणमूल समर्थकों पर आईएसएफ और माकपा समर्थकों द्वारा बम फेंकने का आरोप
जानकारी के मुताबिक, मृत तृणमूल कर्मी के बेटे का नाम इमरान हसन (17) है. वह 11वीं कक्षा का छात्र था. घटना मंगलवार रात करीब 11:30 बजे की है. देगंगा के सोयाईसेतपुर ग्राम पंचायत के गंगाटी ग्राम में चुनावी प्रचार की रैली करके तृणमूल समर्थक लौट रहे थे. इस दौरान उसमें 17 वर्षीय इमरान भी था. उसी दौरान निशाना करके बमबाजी की गयी. आरोप है कि माकपा और आईएसएफ समर्थकों ने बम व गोली चलायी, जिसमें तृणमूल समर्थक का बेटा इमरान को बम लगते ही वह गिर गया था, उसे देगंगा ब्लॉक के विश्वनाथपुर ग्रामीण अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की खबर फैलते ही आरोपियों के घरों में तोड़फोड़ शुरू किया गया. यहां तक की आगजनी भी की गयी. कुछ कार में भी आग लगा दिया गया.
परिजनों की मांग प्रशासन आरोपियों के खिलाफ करें सख्त कार्रवाई
मृतक के चाचा मोहम्मद अरशादुल हक खुद को सक्रिय तृणमूल कर्मी बताते हुए कहा कि रैली से लौटते वक्त उनलोगों पर बम फेंके गये हैं. वह चाहते है कि इस मामले में प्रशासन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें. पुलिस का कहना है कि इलाके में तनाव को देखते हुए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. इलाके में पुलिस टहलदारी बढ़ा दी गयी है. विशाल संख्या पुलिस बल के साथ ही इलाके में रैफ के जवानों को भी उतारा गया है.
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देगंगा में चुनाव से पहले तनाव का माहौल
तृणमूल सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने कहा कि स्कूली छात्र की नृशंस तरीके से हत्या की गयी है. इस घटना की तीव्र निंदा करती हूं. आईएसएफ के लोगों ने बम से हमला किया. पुलिस अपना काम कर रही है. मालूम रहे कि इस घटना से पहले देगंगा के चाकला ग्राम पंचायत के 230 और 209 नंबर बूथ इलाके में मंगलवार दिन में ही आईएसएफ और तृणमूल समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई थी, जिसमें कुल 15 लोग घायल हुए थे. बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठी चार्ज कर स्थिति को नियंत्रित किया था. पहले रायकोला 230 नंबर बूथ इलाके में पार्टी का झंडा लगाने को केंद्र कर मारपीट व बमबाजी हुई थी, जिसमें पांच घायल हुए थे. फिर एक घंटे बाद बख्शीरहाटी 209 नंबर बूथ इलाके में मारपीट हुई थी, जिसमें 10 लोग घायल हुए थे. इन दोनों घटनाओं के कई घंटे बाद देर रात रैली से लौट रहे तृणमूल समर्थकों पर बमबाजी की गयी. बतां दे कि पंचायत चुनाव से पूर्व ही अब तक गत 26 दिनों में 16 लोगों की जानें चली गयी हैं.
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