कैसे करें मां दुर्गा के 108 नामों का जाप
-
नवरात्रि में प्रतिदिन दुर्गा के 108 नामों का जाप और आरती करने से साधक को माता का आर्शीवाद मिलता है.
-
मां के नामों का जाप करने से पहले हाथ पैर अच्छे से धो लें या स्नान कर लें
-
बैठने से पहले अपने बालों को संवार लें
-
नामों का जाप करने से पहले एक दीपक जला लें
-
किसी रोशनी जगह पर बैठें
-
आंखें बंद करके ‘ऊं’ का उच्चारण करें और भगवान गणेश का स्मरण करें
-
फिर मां दुर्गा का ध्यान करें और उनके स्वरूप को याद करें, उनकी महिमा और कई अवतारों के बारे में सोंचे
-
मां दुर्गा के 108 नामों का जाप करें, साथ ही सभी नामों के अर्थ को समझे
-
मां दुर्गा के 108 नामों का पाठ करने के बाद देवी का धन्यवाद करें
-
जिसके बाद मां दुर्गा की आरती करें.
Also Read: Navratri 2022: नवरात्र में पूजे जाते हैं नीम के पेड़, मां दुर्गा का इस पेड़ में होता है वास
मां दुर्गा के 108 नाम इस प्रकार हैं-
सती, साध्वी, भवप्रीता, भवानी, भवमोचनी, आर्या, दुर्गा, जया, आद्या, त्रिनेत्रा, शूलधारिणी, पिनाकधारिणी, चित्रा, चंद्रघंटा, महातपा, मन, बुद्धि, अहंकारा, चित्तरूपा, चिता, चिति, सर्वमंत्रमयी, सत्ता, सत्यानंदस्वरुपिणी, अनंता, भाविनी, भव्या, अभव्या, सदागति, शाम्भवी, देवमाता, चिंता, रत्नप्रिया, सर्वविद्या, दक्षकन्या, दक्षयज्ञविनाशिनी, अपर्णा, अनेकवर्णा, पाटला, पाटलावती, पट्टाम्बरपरिधाना, कलमंजरीरंजिनी, अमेयविक्रमा, क्रूरा, सुंदरी, सुरसुंदरी, वनदुर्गा, मातंगी, मतंगमुनिपूजिता, ब्राह्मी, माहेश्वरी, ऐंद्री, कौमारी, वैष्णवी, चामुंडा, वाराही, लक्ष्मी, पुरुषाकृति, विमला, उत्कर्षिनी, ज्ञाना, क्रिया, नित्या, बुद्धिदा, बहुला, बहुलप्रिया, सर्ववाहनवाहना, निशुंभशुंभहननी, महिषासुरमर्दिनी, मधुकैटभहंत्री, चंडमुंडविनाशिनी, सर्वसुरविनाशा, सर्वदानवघातिनी, सर्वशास्त्रमयी, सत्या, सर्वास्त्रधारिणी, अनेकशस्त्रहस्ता, अनेकास्त्रधारिणी, कुमारी, एककन्या, कैशोरी, युवती, यति, अप्रौढ़ा, प्रौढ़ा, वृद्धमाता, बलप्रदा, महोदरी, मुक्तकेशी, घोररूपा, महाबला, अग्निज्वाला, रौद्रमुखी, कालरात्रि, तपस्विनी, नारायणी, भद्रकाली, विष्णुमाया, जलोदरी, शिवदुती, कराली, अनंता, परमेश्वरी, कात्यायनी, सावित्री, प्रत्यक्षा और ब्रह्मावादिनी।