मिली जानकारी के मुताबिक, डॉयफ्रेम की गहराई 21 मीटर तक हो सकती है. भूमिगत स्टेशन के लिए खुदाई टॉप टू डाउन की जाएगी, ताकि सड़क यातायात प्रभावित न हो.
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दरअसल, आगरा में 29.54 किलोमीटर लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है. इसमें कुल 27 स्टेशन होंगे. पहला कॉरिडोर ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच बन रहा है, जो 14 किलोमीटर लंबा है. इसका निर्माण कार्य बड़ी तेजी के साथ हो रहा है. इस कॉरिडोर में 13 स्टेशन होंगे. इसमें 6 एलीवेटेड जबकि 7 भूमिगत होंगे. पीएसी परिसर में इस कॉरिडोर के लिए डिपो का निर्माण कार्य जारी है.
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वहीं, दूसरा कॉरि़डोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक बनाया जाएगा, जो 16 किलोमीटर लंबा होगा. इसमें कुल 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर के लिए कालिंदी विहार क्षेत्र में डिपो बनेगा.
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात दिसंबर 2020 को आगरा मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण काम का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया. दो कॉरिडोर वाले इस प्रोजेक्ट के जरिए सैलानियों को मदद मिलेगी. 15वीं वाहिनी पीएसी परेड मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी भी ताजनगरी में भी मौजूद रहे.
पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि आगरा के पास बहुत पुरातन पहचान तो हमेशा रही है, अब इसमें आधुनिकता का नया आयाम जुड़ रहा है, सैकड़ों वर्षों का इतिहास संजोए ये शहर अब 21वीं सदी के साथ कदमताल मिलाने के लिए तैयार हो रहा है. आगरा में स्मार्ट सुविधाएं विकसित करने के लिए पहले ही लगभग 1,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है.