धनबाद में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर निगम कर्मी, कामकाज ठप से करीब 15 लाख का राजस्व नुकसान

धनबाद में निगम कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. नगर आयुक्त के साथ दुर्व्यवहार करने वाले दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. साथ ही निगम के पांचों अंचल धनबाद, झरिया, सिंदरी, छाताबाद व कतरास कार्यालय बंद हैं. दोषियों को अविलंब गिरफ्तारी नहीं होने पर जलापूर्ति भी ठप करेंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | February 9, 2023 10:01 AM
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धनबाद नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार के साथ मंगलवार को जमाडा कर्मियों के आश्रितों की ओर से दुर्व्यवहार करने के मामले को लेकर नगर निगम कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं. दोषियों को गिरफ्तार होने तक आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है. बुधवार को नगर निगम परिसर में आयोजित धरना में निगम के सभी 1600 कर्मचारी शामिल हुए. नगर आयुक्त के साथ दुर्व्यवहार व सरकारी काम में बाधा डालनेवाले दोषियों को अविलंब गिरफ्तारी की मांग की. निगम के पांचों अंचल धनबाद, झरिया, सिंदरी, छाताबाद व कतरास कार्यालय बंद रहे. न तो टैक्स जमा हुए, न तो बिरसा मुंडा, गोल्फ ग्राउंड व अन्य पार्क का ताला खुला. निगम का कामकाज ठप होने से लगभग 15 लाख का राजस्व का नुकसान हुआ. निगम कर्मियों ने कहा कि जब तक दोषियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती है, आंदोलन जारी रखा जायेगा. अविलंब गिरफ्तार नहीं किया गया तो जलापूर्ति भी ठप की जायेगी. गुरुवार को भी धरना जारी रहेगा.

जमाडा कर्मियों के आश्रितों का आंदोलन जारी, 22 को शहर में निकालेंगे जुलूस

नियोजन की मांग को लेकर जमाडा कर्मियों के आश्रितों का आंदोलन 352 वें दिन बुधवार को भी जारी रहा. 22 फरवरी को धरना का एक साल पूरा होगा. 22 को शहर में जुलूस निकाल कर जमाडा के एमडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. 28 फरवरी को आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. आश्रितों ने कहा कि नियोजन नहीं मिलने के कारण घर की स्थिति खराब हो गयी है. लंबे समय से नियोजन को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. बाध्य होकर हमलोगों को धरना पर बैठना पड़ा. हमलोग जमाडा के एमडी से वार्ता करना चाहते हैं. जो पत्र जमाडा से नगर विकास विभाग गया है, उसका क्या हुआ. इसी संदर्भ में उनसे बात करने गये थे, लेकिन उन्होंने वार्ता नहीं की.

हड़ताल खत्म करने के लिए कर्मचारियों को समझाया गया है. कर्मियों में आक्रोश है, जमाडा कर्मियों के आश्रितों ने गलती की है. इसमें शहर की जनता का क्या दोष है. हड़ताल वापस लेने के लिए कर्मचारियों को फिर समझाया जायेगा. मंगलवार की घटना काफी दुख:द है. जमाडा के आश्रितों के साथ असामाजिक तत्व भी थे जो मुझ पर हमला कर रहे थे. निगम के कर्मी नहीं होते तो सही सलामत घर नहीं पहुंच पाता. पुलिस को वीडियो फुटेज दे दिया गया है. दोषियों को अविलंब गिरफ्तारी होनी चाहिए.

-सत्येंद्र कुमार, नगर आयुक्त

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