धनबाद अग्निकांड : पटरी पर धीरे-धीरे लौटने लगी जिंदगी, अपार्टमेंट में सफाई और रिपेयरिंग का काम शुरू

धनबाद के जोड़ाफाटक रोड स्थित आशीर्वाद टावर अग्निकांड के बाद लोगों की जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है. प्रशासन ने टावर बी फ्लैट यहां रहने वाले लोगों को हैंडओवर कर दिया है. इसके साथ ही सफाई और रिपेयरिंग का काम भी शुरू हो गया है. वहीं, अपार्टमेंट से पुलिस की तैनाती हटा ली गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 6, 2023 6:07 PM
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Jharkhand News: धनबाद के आशीर्वाद टावर अपार्टमेंट अग्निकांड के पांचवें दिन इस टावर को वहां के लोगों के हवाले कर दिया गया. वहां तैनात पुलिस के जवान हटा लिये गये. अधिकारियों ने टावर बी के निवासियों को वहां की सफाई कराने एवं रहने की इजाजत दे दी. जिस घर में आग लगी थी संभावना है कि वहां दोबारा जांच होगी. इसके साथ ही टावर बी में बिजली और फ्लैट रिपेयरिंग का काम रविवार से शुरू हो गया.

पटरी पर लौटने लगी जिंदगी

सोसाइटी के अध्यक्ष सरदार बलवीर सिंह ने बताया कि बिजली, लिफ्ट और फ्लैट की मरम्मत शुरू हो गयी है. अभी बी टावर के विभिन्न फ्लैट में रहनेवाले लोग अपना जरूरी सामान लेकर रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए हैं. उम्मीद है तीन-चार दिन में सब अपने फ्लैट में आ जाएंगे. कहा कि टावर ए में लोग रह रहे हैं. अपार्टमेंट की सोसाइटी पीड़ित परिवारों के संपर्क में हैं और उन्हें हर तरह की मदद के लिए सक्रिय है.

31 जनवरी से सील था अपार्टमेंट

आशीर्वाद टावर में 31 जनवरी, 2023 को आग लगी थी. इसके बाद रात में प्रशासन की ओर से पूरे अपार्टमेंट को सील कर दिया गया था. एक फरवरी की रात में अपार्टमेंट के ए ब्लॉक में लोगों के रहने की अनुमति प्रशासन की ओर से दे दी गयी थी, लेकिन बी ब्लॉक सील रहा.

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जांच टीम ने आशीर्वाद टावर के लोगों का लिया स्टेटमेंट

आशीर्वाद टावर अग्निकांड की जांच शुरू हो गयी है. जिला प्रशासन के स्तर से बनी पांच सदस्यीय टीम ने आशीर्वाद टावर में रहनेवाले लोगों का स्टेटमेंट लिया. जांच टीम अलग-अलग एंगल से मामले की जांच कर रही है. जो जांचा जा रहा है उसमें शामिल है कि नक्शा के अनुरूप बिल्डिंग बनी है या नहीं, क्या सैडबैक छोड़ा गया है. नॉर्म्स के अनुसार, बिल्डिंग के चारों ओर जमीन छोड़ी गयी है या नहीं. दूसरी ओर बिजली विभाग शॉट सर्किट, जबकि अग्निशमन विभाग फायर सेफ्टी को लेकर जांच कर रहे हैं. प्रथम दृष्टया फॉल्स सीलिंग, प्लास्टिक का कॉरपेट और सजावट की सामग्री के कारण हादसा की संभावना दिख रही है. यह भी देखा जा रहा है कि आग लगी तो फायर फाइटिंग का उपयोग क्यों नहीं किया गया. मालूम हो कि दूसरे फ्लोर में आग लगी और हताहत चौथे और पांचवे फ्लोर के लोग हुए. एक-एक बिंदु पर जांच की जा रही है. 17 फरवरी के पहले जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपा जाएगा.

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