दुर्गापूजा 2023 : दुर्गापूजा के दौरान बिजली आपूर्ति सेवा नहीं होगी बाधित, कई हेल्पलाइन नंबर किए गये जारी

पूजा समितियों को बिजली बिल में छूट देने की राज्य सरकार की घोषणा ने इस साल भी विवाद खड़ा कर दिया है. अरूप विश्वास ने दावा किया कि सरकारी बिजली कंपनियां सरकारी सब्सिडी पर चलती हैं. सरकार का लक्ष्य उन्हें नुकसान पहुंचाना नहीं है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से जल्दी आत्मनिर्भर बनाना है.

By Shinki Singh | September 14, 2023 2:46 PM
an image

पश्चिम बंगाल में पिछले दस वर्षों में बिजली वितरण कंपनी का दुर्गापूजा से बिजली कनेक्शन लगभग दोगुना हो गया है. यह बात कहते हुए बिजली मंत्री अरूप विश्वास ने दावा किया है कि इस बार कनेक्शन की मांग और ज्यादा बढ़ सकती है. पूजा की तैयारी को लेकर उन्होंने बिजली कंपनियों के साथ बैठक की. बाद में कहा उस समय राज्य भर में निर्बाध बिजली आपूर्ति में कोई दिक्कत नहीं होगी. राज्य, केंद्र और निजी कंपनियों की दैनिक उत्पादन क्षमता 10,320 मेगावाट होगी, जो मांग से कहीं अधिक है.

पूजा समितियों को बिजली बिल में छूट देना बन गया है मुद्दा

पूजा समितियों को बिजली बिल में छूट देने की राज्य सरकार की घोषणा ने इस साल भी विवाद खड़ा कर दिया है. विपक्षी खेमे और संबंधित क्षेत्रों के श्रमिक संघों के एक वर्ग का दावा है कि अगर बिजली कंपनी की वित्तीय स्थिति खराब होती है, तो इससे ग्राहक के कंधों पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है. उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि कानून के मुताबिक राज्य को बिल छूट के लिए धन वितरण एजेंसी को अग्रिम भुगतान करना होता है. लेकिन पिछले दो साल में कोई पैसा नहीं दिया गया. हालांकि अरूप विश्वास के मुताबिक यह उनका आंतरिक मामला है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि सरकारी बिजली कंपनियां सरकारी सब्सिडी पर चलती हैं. सरकार का लक्ष्य उन्हें नुकसान पहुंचाना नहीं है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से जल्दी आत्मनिर्भर बनाना है.

Also Read: ममता बनर्जी ने इंद्रनील को लौटाया बाबुल का पर्यटन, मंत्रिमंडल फेरबदल में ज्योतिप्रिय व प्रदीप का कद बढ़ा
सीईएससी क्षेत्र में 5000 बिजली कनेक्शन के लिए कर सकता है आवेदन

मंत्री ने कहा कि 2011 में राज्य विद्युत वितरण कंपनी ने 20,970 पूजाघरों को बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया था. पिछले साल यह बढ़कर 40,124 हो गया. इस बार और अधिक वृद्धि की उम्मीद है. सीईएससी क्षेत्र में 5000 से अधिक बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन कर सकता है. संबंधित हलकों के मुताबिक दस साल में कुछ नई पूजाएं शुरू होने से अवैध तरीकों की बजाय नियमों के मुताबिक बिजली कनेक्शन लेने का चलन भी बढ़ा है. खासकर सरकारी अनुदान पाने के लिए हर चीज का कानूनी होना जरूरी है.

Also Read: West Bengal Breaking News Live : स्पेन दौरे के दौरान ममता आज मैड्रिड में ला लीगा के अध्यक्ष से करेंगी मुलाकात
70,000 स्थायी और अस्थायी कर्मचारी दुर्गा पूजा के दौरान करेंगे काम 

अरूप विश्वास के अनुसार पुलिस, अग्निशमन विभाग, बिजली विभाग और तीन बिजली कंपनियों के लगभग 70,000 स्थायी और अस्थायी कर्मचारी दुर्गा पूजा के दौरान काम करेंगे. उन्होंने दावा किया कि पूजा के दौरान सभी की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं. 2363 वैन संबंधित क्षेत्रों में भ्रमण कर निम्न एवं उच्च दाब प्रणालियों की जांच करेंगी. वितरण कंपनी के 1536 कार्यालयों में कंट्रोल रूम दिन व रात खुला रहेगा. आपातकालीन स्थिति में ग्राहक टोल फ्री नंबर (19121) और विद्युत भवन नियंत्रण कक्ष नंबर (8900793503/04) पर कॉल कर सकते हैं. पूरी व्यवस्था के सामान्य रख रखाव के साथ-साथ पूजा के विशेष कार्यक्रम के अनुसार अगले 20 दिनों तक तैयारी पूरी कर ली जायेगी.

Also Read: दुर्गापूजा 2023 : 25 देशों में भेजी जा रहीं कोलकाता से मां दुर्गा की प्रतिमाएं
बिजली की मांग सबसे ज्यादा 8576 मेगावाट थी पिछले साल

हालांकि राज्य बिजली विभाग ने पूजा समितियों से अनुरोध किया है कि यदि संबंधित पूजा लाइसेंस प्राप्त ठेकेदार वितरण कंपनियों को लिखित रूप से अपनी मांग बताते हैं तो बिजली की बर्बादी को रोकने में कोई समस्या नहीं होगी. कोई भी समिति जर्जर तार का प्रयोग न करें. कनेक्शन के स्रोत से पाइपलाइन तक बिजली कनेक्शन लिया जाना चाहिए. बिजली मंत्री ने कहा कि पिछले साल चतुर्थी में बिजली की मांग सबसे ज्यादा 8576 मेगावाट थी. इस बार पूर्वानुमान है कि पंचमी में यह अधिकतम (9743 मेगावाट) हो सकती है.

Also Read: बंगाल : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ विदेश दौरे के लिए सौरभ गांगुली को भी न्योता

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version