महत्वपूर्ण वैश्विक संस्था अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आइइए) ने भारत को संस्था की पूर्ण सदस्यता देने की पहल की है और शीघ्र ही इस संबंध में वार्ता प्रारंभ हो जायेगी. भारत के आवेदन पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए आईईए ने वैश्विक ऊर्जा एवं जलवायु चुनौतियों का सामना करने में भारत के रणनीतिक महत्व को रेखांकित किया है. यह घोषणा एजेंसी के 31 सदस्य देशों के मंत्रियों ने एक साझा पत्र में किया है. आइइए के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर पेरिस में हुई मंत्रियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया है. उल्लेखनीय है कि 2017 में एसोसिएशन देश के रूप में भारत को एजेंसी में शामिल किया गया था और पिछले साल अक्टूबर में भारत ने पूर्ण सदस्यता के लिए आवेदन दिया था. भारत दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश है और अपनी विकास आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उसकी ऊर्जा आवश्यकता में भी निरंतर वृद्धि हो रही है. भारत विभिन्न प्रकार के ऊर्जा स्रोतों का उत्पादक देश भी है और बड़ा आयातक भी. जलवायु परिवर्तन और धरती के तापमान में बढ़ोतरी की गंभीर चुनौतियों से निपटने में ऊर्जा का उत्पादन और उपभोग का प्रबंधन एक महत्वपूर्ण तत्व है. ऐसे में भारत की भूमिका से समूचे विश्व को उम्मीदें हैं.
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