सिविल कोर्ट की स्थापना के समय से ही कुटुंब कोर्ट की मांग
इस अवसर पर जिला अधिवक्ता संघ रामगढ़ के अध्यक्ष आनंद अग्रवाल ने कहा कि जिले में सिविल कोर्ट की स्थापना के समय से ही कुटुंब कोर्ट की स्थापना की मांग की जा रही थी. पिछले दो-तीन वर्षों में इसके लिए जिला अधिवक्ता संघ, रामगढ़ की ओर से हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एवं जोनल न्यायाधीश से पत्राचार कर मांग की जा रही थी जो आज पूरी हुई.
पारिवारिक विवादों के निपटारे में आएगी तेजी
कुटुंब कोर्ट का न्यायिक कार्य शुरू होने से पारिवारिक विवादों के निपटारे में तेजी आएगी एवं शीघ्र पक्षकार को न्याय मिलेगा. सिविल कोर्ट में कुटुंब न्यायालय स्थापित होने से रामगढ़ के अधिवक्ताओं में खुशी देखी जा रही है.
Also Read: हजारीबाग के 4 सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तरह होगी पढ़ाई, 2 मई को सीएम हेमंत नये भवन का करेंगे उद्घाटन
लंबित मामलों की कार्रवाई में आयेगी तेजी
इस संबंध में रामगढ़ के सरकारी अधिवक्ता संजीव अंबष्टा ने कहा कि सिविल कोर्ट परिसर में कुटुंब कोर्ट की स्थापना से लंबित मामलों में त्वरित कार्रवाई होते हुए पक्षकारों को शीघ्र न्याय मिलेगा. साथ ही प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश के यहां लंबित पारिवारिक मामलों का बोझ कम होगा. जिससे अब अन्य लंबित मामलों में त्वरित कार्रवाई होगी.