FIFA World Cup 2022: अर्जेंटीना और फ्रांस के बीच फाइनल में 6 गोल होने से इस वर्ल्ड कप सर्वाधिक गोल का नया रिकॉर्ड बना. कतर में खेले गए फीफा वर्ल्ड कप में कुल 172 गोल किए गए जो कि 1998 और 2014 के विश्वकप में किए गए 171 गोल से एक अधिक है. वर्ल्ड कप में इस बार हिस्सा लेने वाली सभी 32 टीमें गोल करने में सफल रही हैं. फाइनल मुकाबले तक अर्जेंटीना के गोंजालो रामोस और एम्बाप्पे ने ही हैट्रिक गोल दागे. 20 नवंबर से कतर की मेजबानी में खेले गये विश्व कप फुटबॉल का रविवार को समापन हो गया.
इस वर्ल्ड कप में जहां लियोनल मेसी, एम्बाप्पे का जलवा रहा तो वहीं नाम के अनुसार क्रिस्टियानो रोनाल्डो बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सके. खराब फॉर्म से जूझ रहे रोनाल्डो को अंतिम-11 से भी बाहर रहना पड़ा. टीम के तौर पर मोरक्को की टीम ने सबसे अधिक सुर्खियां बटोरी, जो पहली बार दक्षिण अफ्रीकी देश के तौर पर सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रही. जर्मनी जहां 2018 की तरह उलटफेर का शिकार होकर पहले ही राउंड में बाहर हो गया, तो पहली बार तीन एशियाई देश अंतिम-8 में पहुंची.
मोरक्को की तीसरे स्थान के लिए खेले गये मैच में क्रोएशिया से 2-1 की हार से प्रशंसक भले ही थोड़ा निराश हैं, लेकिन उनकी नजर में अफ्रीका महाद्वीप कि यह टीम किसी चैंपियन से कम नहीं है. मोरक्को ने सेमीफाइनल में पहुंचकर पहले ही इतिहास रच दिया था. वह विश्वकप के अंतिम चार में जगह बनाने वाली अफ्रीका महाद्वीप और अरब देशों में पहली टीम है. प्रशंसकों को उम्मीद थी कि मोरक्को अपना करिश्माई प्रदर्शन जारी रख कर छुपा रुस्तम निकलेगा और चैंपियन बनने में सफल रहेगा.
क्रोएशिया के कप्तान लुका मोड्रिच का यह आखिरी विश्व कप मैच रहा. वह इस टूर्नामेंट में इस साल कोई गोल नहीं कर पाये, लेकिन अपने जज्बे से सभी फैन्स का दिल जीत लिया. अपनी कप्तानी में वह लगातार दूसरी बार टीम को अंतिम चार में लेकर गये थे. पिछली बार टीम फाइनल में हारी थी, जबकि इस बार तीसरे स्थान पर रही. क्रोएशिया की टीम इससे पहले साल 1998 में भी तीसरे स्थान पर रही थी.
इस बार विश्व कप में फाइनल मुकाबले से पहले 23 बार टीमों को पेनाल्टी किक मिली, जो 73 फीसदी के आसपास सफल रही है. 17 बार पेनाल्टी किक को फुटबॉलर गोल में बदलने में सफल रहे है. सिर्फ छह मौके पर चूक गये. सबसे अधिक चार बार अर्जेंटीना के फुटबॉलर मेसी ने पेनाल्टी को गोल में बदला.
हालांकि पेनाल्टी किक चूकने के बाद इंग्लैंड के फुटबॉलर हैरी केन निशाने पर आ गये थे. क्वार्टर फाइनल मैच में फ्रांस के खिलाफ दो बार इंग्लैंड के स्टार खिलाड़ी केन को पेनाल्टी से गोल करने का मौका मिला था. एक बार सफल रहे, लेकिन दूसरी बार चूक गये, जिससे उनकी टीम ने मैच गंवा दिया.