शहर के कोतवाली बासमंडी की गट्टूमल गली के पीछे स्थित भगवत शरण अग्रवाल के घर में बुधवार को अचानक आग लग गई. आग की लपटों को देखकर मुहल्ले के लोगों की भीड़ लग गई. आग की लपटों को देखकर कमरे में लेटी दिव्यांग राधिका अग्रवाल चीखने लगीं. वह सड़क हादसे के बाद चलने-फिरने में अक्षम हैं. कमरे में उनका बेटा भी था. वह आग की लपटों को देखकर घबराने लगीं. पड़ोसियों ने उनकी चीख-पुकार सुनकर दूसरी तरफ से कमरे का दरवाजा तोड़कर दोनों को निकाला. मगर, आग से लाखों का नुकसान होने की बात सामने आ रही है. फायर ब्रिगेड ने काफी मुश्किल से आग पर काबू पाया है.
Also Read: UP Chunav 2022: वोटिंग के दौरान मतदाताओं को नहीं लगानी होगी लंबी लाइन, बरेली में 364 बूथ को हरी झंडी
पड़ोसियों ने बताया कि भगवत शरण गंगवार की मौत हो चुकी है.उनकी पत्नी कारोबार संभाल रहीं थी. उनकी पत्नी का एक्सीडेंट हो गया. इसके बाद वह चलने के लायक नहीं है. फायर ब्रिगेड की गाड़ियां अंदर तक नहीं पहुंची, जिसके चलते गली के लोगों ने अपने घरों की पानी मोटर खोलकर पाइप से आग बुझाई. इसके साथ ही फायर ब्रिगेड टीम ने 100 मीटर लंबा पाइप डालकर आग पर काबू पाया.
Also Read: UP Election 2022: बरेली में चुनाव रैली के लिए नौ विधानसभा के 22 ग्राउंड फाइनल, नेताओं को करना होगा यह काम
फायर ब्रिगेड की टीम आग लगने के कारणों की जांच की. इसमें शार्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आ रही है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली