आगरा किले में 11 को 12 फरवरी को जी-20 देशों के डेलिगेशन के लिए महिला बाल विकास और संस्कृति मंत्रालय ने प्रोजेक्शन मैपिंग और सांस्कृतिक प्रस्तुति का आयोजन किया था. जिसके लिए दीवान ए आम में करीब 50 मीटर लंबा पर्दा लगाया गया था. इस पर्दे पर लेजर लाइट द्वारा आकृतियां डाली गई और साउंड भी बजाया गया. आगरा किले में 40 डेसीबल से ज्यादा की ध्वनि में साउंड बजाए गया. जिसकी वजह से दीवान ए आम की दीवार में धमक आई और इसी वजह से शायद दीवारों में दरार आ गई है.
अधिकारियों ने किया आगरा किले का दौरा
13 फरवरी को एसआई अधिकारियों को इस मामले की जानकारी हुई, क्योंकि 12 फरवरी को अधिकारी जी 20 प्रतिनिधियों के साथ ताजमहल का दीदार कराने में व्यस्त थे. सोमवार को जब अधिकारियों को इस बारे में पता चला तो अधीक्षण पुरातत्वविद डॉक्टर राजकुमार पटेल, उप अधीक्षण पुरातत्वविद सुनीता तेवतिया, सहायक अधीक्षण पुरातत्वविद नीरज वर्मा समेत कई अधिकारी आगरा किले का दौरा करने पहुंचे.
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क्या बताया अधिकारी ने
एएसआई के अधिकारियों ने स्मारक में पहुंची क्षति का अध्ययन किया, और उसके बाद इस हिस्से में पर्यटकों के लिए बैरिकेड लगा दी गई. बताया जा रहा है कि एसआई अधिकारी अब दरार की गहराई और चौड़ाई के लिए टेल टेल ग्लास का प्रयोग करेंगे. किले के दीवान ए आम की दीवार और छत में दो से लेकर 6 मिलीमीटर की दरारें आई हैं. इस स्मारक की छत पर ऊपर की तरफ से दरारें अधिक गहरी है.