Agra News: पिता पड़े बीमार तो बेटी ने संभाली साइकिल की दुकान, अब मिलने जा रहा यह खास सम्मान

आगरा की एक बेटी अपने पिता के बीमार होने पर उनकी साइकिल की दुकान में पंचर जोड़ने का काम करने लगी. साथ ही साथ अपनी पढ़ाई भी पूरी कर रही थी. बेटी के इस उत्कृष्ट कार्य को देखकर आगरा की एक संस्था उसे सम्मान देने जा रही है जिसके बाद उस बेटी की चर्चा पूरे आगरा में हो रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 15, 2021 7:49 PM
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Agra News: जिले की एक बेटी ने पिता की पंचर वाली दुकान में हाथ बंटाकर और अपनी पढ़ाई को भी जारी कर अपना नाम रोशन कर लिया. दयालबाग स्थित दीप एनक्लेव निवासी राजकुमारी को अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए आगरा का गौरव सम्मान दिया जाएगा. राजकुमारी दयालबाग डीम्ड यूनिवर्सिटी में बीए प्रथम वर्ष की छात्रा हैं. वह अपने पिता के साथ पंचर की दुकान पर काम करती हैं और अपना परिवार चलाती हैं.

टीवी चैनल पर एक धारावाहिक आया करता था, जिसका नाम था ‘लाडो’. धारावाहिक में जब भी कोई लड़की पैदा होती थी तो कहा जाता था ‘जिएगी तो बोझ बनकर पार लगा दो इसने’ मतलब लड़की जैसे जैसे बड़ी होगी वह अपने परिवार पर बोझ बनेगी. लेकिन आगरा की एक बेटी ने इस बात को सिरे से नकार दिया और कुछ ऐसा किया कि समाज में जिस बेटी को लोग बोझ समझते हैं, वह अब उसके परिवार और आगरा जिले के लिए मिसाल बन रही है.

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दरअसल, राजकुमारी के पिता हेत सिंह अपने घर के बाहर साइकिल पंचर की दुकान चलाते हैं, लेकिन अत्यधिक धूम्रपान करने की वजह से उनकी तबीयत काफी समय से खराब रहती थी. कुछ समय पहले उनके फेफड़ों का ऑपरेशन भी हुआ, जिसके बाद वह दुकान संभालने में असमर्थ हो गए. यह देखकर हेत सिंह की दूसरे नंबर की बेटी राजकुमारी ने पंक्चर की दुकान की कमान अपने हाथ में ले ली. वह अपनी पढ़ाई का काम पूरा करने के बाद सुबह और शाम को दुकान के लिए समय निकालती है और दुकान को अपने हाथ से चलाती है. वह एक कुशल कारीगर की तरह साइकिल और बाइक के पंचर जोड़ने का काम करती हैं.

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बता दें, राजकुमारी अपने घर में दूसरे नंबर की बेटी हैं. इनकी एक बड़ी बहन भी है जिसकी शादी हो चुकी है और दो छोटी बहन व एक भाई भी हैं. पिता के बीमार होने के बाद से ही वह दुकान का पूरा काम खुद संभालती है. वहीं, वह इसी दुकान से मिले खर्चे से अपने परिवार का भरण पोषण भी करती हैं.

अब पंचर जोड़ने वाली राजकुमारी की इस प्रतिभा को आगरा की एक संस्था एक पहल ने पहचाना और अब यह संस्था 19 दिसंबर को सेंट पीटर्स में होने वाले कार्यक्रम में राजकुमारी को ‘आगरा का गौरव’ नाम से सम्मान भी दे रही है

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एक पहल संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यक्रम में जबसे राजकुमारी को सम्मान मिलने की चर्चा हुई है. इसके बाद से ही उसके घर में लोगों का तांता लगा हुआ है. लगातार लोग जहां उसे बधाइयां दे रहे हैं, वहीं अब राजकुमारी अपनी कॉलोनी के साथ पूरे आगरा में छा गई हैं.

रिपोर्ट- राघवेंद्र सिंह गहलोत, आगरा

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