जानकारी के मुताबिक, चक्रधरपुर प्रखंड अंतर्गत केरा गांव निवासी गोलक साहू रक्षा बंधन को लेकर अपने बड़े बेटे टिंकू साहू के पुत्र रोहित साहू यानी पोता को लाने के लिए स्कूटी में झरझरा गांव गये थे. इस दौरान पोता रोहित साहू दादा के साथ स्कूटी में नहीं बैठ कर अपने पिता रिंकू साहू के बाइक में बैठकर गांव आने लगा जबकि दादा गोलक साहू स्कूटी से गांव लौट रहे थे.
इस क्रम में ब्राह्मणी नहर के पास गोलक साहू के स्कूटी के आगे बकरियों का झुंड आ गया. बकरियों को बचाने को लेकर गोलक साहू का स्कूटी अनियंत्रित हो गया और स्कूटी सहित पुलिया से नीचे गिर गये. इस दुर्घटना से स्कूटी चालक गोलक साहू के कमर और शरीर में गंभीर चोटें आयी. आनन-फानन में स्थानीय लोगों द्वारा घायल को पुलिया से उठाकर चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती कराया.
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लेकिन, इलाज के दौरान स्कूटी चालक गोलक साहू की मौत हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही सुमिता होता फाउंडेशन के अध्यक्ष सदानंद होता अनुमंडल अस्पताल पहुंचे और परिजनों को सांत्वना देते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गये. इस घटना के बाद से रविवार को त्योहार के दिन गांव में मातम पसर गया है.
Posted By : Samir Ranjan.