बरेली में ऑटो ड्राइवर की पुलिस कस्टडी में मौत मौत पर मानवाधिकार आयोग का
नोटिस, डीएम से मांगी रिपोर्ट
एसएचआरसी में शिकायत करने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता गजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि आयोग ने इस मामले को मानवाधिकारों का गंभीर हनन बताया है.
By अनुज शर्मा | August 12, 2023 9:36 PM
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली के कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला बाग बृगटान निवासी ऑटो ड्राइवर (टेंपो चालक) श्याम कुमार कन्नौजिया की 24 जुलाई को कथित तौर पर पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी.इस मामले में मृतक के परिजनों ने पुलिस पिटाई से मौत (पुलिस कस्टडी डेथ) का आरोप लगाया था.इस मामले में राज्य मानवाधिकार आयोग (एसएचआरसी) ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है.एसएचआरसी ने नोटिस भेजकर डीएम (जिलाधिकारी) से 4 अक्टूबर तक पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है.एसएचआरसी में शिकायत करने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता गजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि आयोग ने इस मामले को मानवाधिकारों का गंभीर हनन बताया है.हालांकि, इस मामले में पूर्व एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने पीआरवी के सिपाही अंकित, और कालीचरण को निलंबित कर दिया था.इसके साथ ही जांच शुरू कराई थी.एसएचआरसी के नोटिस को लेकर डीएम शिवाकांत द्विवेदी से फोन पर पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन उनके मीटिंग में होने के कारण पक्ष नहीं मिल सका.
पत्नी ने की थी पुलिस से शिकायत
बरेली के ऑटो ड्राइवर श्याम कन्नौजिया (35 वर्ष) का पत्नी से काफी समय से विवाद चल रहा था.बताया जाता है कि सोमवार यानी 24 जुलाई की सुबह 10 बजे पत्नी अंजलि ने यूपी 112 पर कॉल करके शिकायत थी.उनका आरोप था कि पति उन्हें पीट रहे हैं. आरोप है कि सूचना पर पहुंची पीआरवी ने श्याम को पकड़ा, तो उसने सिपाही को धक्का दे दिया. तब झल्लाए पुलिसकर्मी उसे घसीटते हुए गली से बाहर लाए. पुलिस वैन में डालकर उसे कोतवाली ले गए थे.
कोतवाली थाना क्षेत्र के बाग बृगटान निवासी श्याम कन्नौजिया ऑटो चलाकर परिवार पालते थे. उनके परिवार में पत्नी अंजलि,और दो बेटे हैं. पति- पत्नी में काफी समय से विवाद चल रहा था.एक दिन पहले भी दोनों का विवाद हुआ, तो सीओ प्रथम की मौजूदगी में इनका समझौता करा दिया गया था.
ऑटो ड्राइवर श्याम कन्नौजिया की मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया था.उसको पत्नी की शिकायत पर आटो ड्राइवर को पकड़कर लाई डायल-112 पुलिस ने उसकी पिटाई कर दी.आरोप है कि पत्नी मना करती रही, लेकिन पुलिसकर्मी नहीं माने. पीटते हुए उसे कोतवाली ले गए.वहां उसकी हालत बिगड़ गई,तो जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसकी मृत्यु हो गई.इसी के बाद हंगामा शुरू हो गया.दिनभर चले घटनाक्रम के बाद रात को पीआरवी के सिपाही अंकित व रामचरन को निलंबित कर दिया गया था.