वृद्द को मरा समझकर नदी के तेज बहाव में फेंका
दरअसल 80 साल के बाबू घांघौली इलाके में अकेले ही रहते हैं. बाबू अविवाहित हैं. इस कारण बाबू की देखरेख करने वाला कोई नहीं है. वही 100 वर्ग गज जगह में मकान में रहते हैं और खेती करवाते हैं. वृद्ध बाबू के मकान की कीमत करीब पांच लाख रुपये है. इसी मकान के लालच के चलते उसका भाई दिगंबर और भतीजा अजयवीर की निगाह रहती है. 20 जुलाई को बाबू को उसके भतीजे अजयवीर और भाई दिगंबर ने बीमारी की हालत में जबरन मोटरसाइकिल पर बैठाकर यमुना नदी के पास मालव गांव की तरफ ले गए और कहा कि तेरी कोई औलाद नहीं है और तू हमारे ऊपर बोझ बन कर रह रहा है. इसलिए तेरा काम यही तमाम कर देते हैं. वही वृद्ध को जान से मारने की नियत से गर्दन दवाई और मरा समझकर यमुना नदी के बहाव में फेंक दिया.
जिंदा लौट कर वापस लौटे
वही किस्मत के धनी बाबू को होश आने पर यमुना नदी से निकलकर गांव लौट कर आये, तो देखा कि भतीजा अजयवीर और भाई दिगंबर ने उसके मकान में ताला लगा दिया है. जब ताला खोलने का प्रयास किया तो दोनों ने मारपीट कर जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया और कहा कि दोबारा मकान की तरफ लौट कर आये तो जान से मार देंगे. तभी से बाबू जान बचाकर इधर – उधर भटक रहा है. वहीं, उसके अपने निजी मकान में नहीं घुसने दिया. इस मामले को लेकर बुजुर्ग बाबू थाना टप्पल पुलिस से शिकायत दर्ज कराई है. बाबू ने पुलिस से अपने मकान में प्रवेश कराने की मांग की है.
पुलिस ने मामला दर्ज किया
वही इस मामले में थाना टप्पल प्रभारी पंकज मिश्रा ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपी भाई दिगंबर और भतीजे अजयवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 504, 506 और 308 की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. वही, घटना को लेकर कानूनी कार्रवाई पुलिस ने प्रचलित की है.