Bengal news : कैलाश विजयवर्गीय की बढ़ायी गयी सुरक्षा, अब चलेंगे बुलेट प्रूफ कार में
Bengal Chunav, Kolkata news : पश्चिम बंगाल प्रभारी सह भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. इन्हें Z श्रेणी की दी गयी है. इनकी सुरक्षा को बुलेट प्रूफ कार से अपग्रेड किया गया है. अब श्री विजयवर्गीय बुलेट प्रूफ कार से चलेंगे. गृह मंत्रालय की ओर से यह फैसला लिया गया है.
By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2020 3:47 PM
Bengal Chunav, Kolkata news : कोलकाता : पश्चिम बंगाल प्रभारी सह भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. इन्हें Z श्रेणी की दी गयी है. इनकी सुरक्षा को बुलेट प्रूफ कार से अपग्रेड किया गया है. अब श्री विजयवर्गीय बुलेट प्रूफ कार से चलेंगे. गृह मंत्रालय की ओर से यह फैसला लिया गया है. कैलाश विजयवर्गीय की बढ़ायी गयी सुरक्षा से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
इस संबंध में श्री विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें अभी पता चला है कि उनकी सुरक्षा बढ़ायी गयी है. अब वह सामान्य गाड़ी में सफर नहीं कर सकते, बल्कि उन्हें बुलेट प्रूफ गाड़ी में बैठना होगा. बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बंगाल में कानून- व्यवस्था है ही नहीं. रोजाना ही भाजपा के एक कार्यकर्ता की हत्या हो रही है. यह सबकुछ मुख्यमंत्री और ‘भाइपो’ के इशारे पर हो रहा है.
श्री विजयवर्गीय ने नेताजी सुभाष अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Netaji Subhash International Airport) पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि तृणमूल के 2 केंद्र बिंदु दिखते हैं. एक में साफ-उजली छवि दिखती है, तो एक में भ्रष्टाचार.
उल्लेखनीय है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बंगाल दौरे के दौरान उनके काफिले पर उस वक्त हमला हुआ जब वह डायमंड हार्बर में भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे थे. काफिले पर पत्थर बरसाये गये थे. इसमें श्री विजयवर्गीय के अलावा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय व कई अन्य नेताओं को चोट आयी थी. भाजपा की ओर से इसके लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया गया था.
गृह मंत्रालय ने इसके बाद राज्य के मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को दिल्ली तलब किया था, लेकिन राज्य सरकार की ओर से केंद्र के इस कदम को संविधान विरोधी बताया गया था. साथ ही तर्क दिया गया था कि श्री नड्डा की सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया गया था.
श्री नड्डा की सुरक्षा से जुड़े 3 IPS अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी, भोलानाथ पांडे और राजीव मिश्रा को प्रतिनियुक्ति के तहत केंद्र में बुलाया था. इसका भी विरोध राज्य सरकार की ओर से किया गया. इसे लेकर भाजपा और तृणमूल में जुबानी जंग तेज हो गयी है.