Indian Railways News: झारखंड के इस रेलवे ट्रैक पर 101 किमी की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन, जानें कैसे
कोडरमा-हजारीबाग-रांची वाया बरकाकाना रेल परियोजना के अंतिम और पांचवें चरण में नवनिर्मित सिधवार-सांकी रेल लाइन का स्पीडी ट्रायल मंगलवार को हुआ. इस दौरान इस रेल ट्रैक पर 101 किमी की रफ्तार से ट्रेन को दौड़ाकर इसका निरीक्षण किया. वहीं, मसमोहना सुरंग का भी अधिकारियों ने निरीक्षण किया.
By Samir Ranjan | December 20, 2022 10:58 PM
Indian Railways News: कोडरमा-हजारीबाग-रांची वाया बरकाकाना रेल परियोजना के अंतिम और पांचवें चरण में नवनिर्मित सिधवार-सांकी रेल लाइन (Sidhwar-Sanki Rail Line) पर 101 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ा कर स्पीडी ट्रायल किया गया. ट्रायल के क्रम में सांकी से सिद्धवार तक तेज गति से ट्रेन दौड़ा कर स्पीडी ट्रायल किया गया. रेलवे सूत्रों के अनुसार, 101 किमी की रफ्तार से ट्रेन को दौड़ाया गया. बताया कि स्पीडी ट्रायल सफल रहा तथा ये लाइन ट्रेनों के आवगमन के लिए तैयार है. सीआरएस द्वारा एनओसी देने के बाद ट्रेन चलना शुरू हो सकता है.
कमिशनर ऑफ रेलवे सेफ्टी के अधिकारियों ने मसमोहना सुरंग का किया निरीक्षण
मंगलवार को कमिशनर ऑफ रेलवे सेफ्टी शुभोमोय मित्रा ने अधिकारियों के दल के साथ निरीक्षण किया. सीआरएस स्पेशन ट्रेन से अधिकारियों का दल सिधवार स्टेशन पहुंचा. जहां से मोटर ट्रॉली में बैठकर नवनिर्मित रेल लाइन निरीक्षण की शुरुआत की गयी. मसमोहना सुरंग पहुंचने पर अधिकारियों का दल मोटर ट्रॉली से उतरकर काटे गये पहाड़ों पर सुरक्षा के लिए लगाये गये लोहे की जाली का निरीक्षण किया गया. जिसके बाद 600 मीटर नवनिर्मित मसमोहना सुरंग का निरीक्षण शुरु किया गया. सुरंग के प्रवेश द्वार पर मसमोहना सुरंग लिखा होने पर डीप्टी सीइ विकेश कुमार से पूछताछ की.
पहाड़ों पर सुरक्षा के लिए लगाये गये लोहे की जाली का किया निरीक्षण
इसके बाद दुर्गी-हेहल स्थित 600 मीटर की दूसरी सुरंग का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के बाद अधिकारियों के दल ने हेहल स्टेशन परिसर पर पौधरोपण किया. फिर अधिकारियों का दल बारीडीह गांव स्थित सबसे लंबे 1700 मीटर सुरंग एवं कट एंड कवर का निरीक्षण किया. अधिकारियों के दल द्वारा सिधवार से सांकी तक पांच मेजर ब्रीज, 41 माइनर ब्रीज, सुरंग, दाड़ीदाग और हेहल स्टेशन आदि का निरीक्षण किया गया.