50 से अधिक अधिकारी व जवानों ने भाग लिया
इस दौरान 50 से अधिक अधिकारियों व जवानों ने भाग लिया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन प्रबंधन संकाय के डीन प्रोफेसर लवकुश मिश्रा द्वारा किया गया. कार्यशाला में सुरक्षाबलों को अनौपचारिक वातावरण में तनाव से मुक्त रहने के गुर सिखाए गए. पर्यटन के महत्व के बारे में विस्तार से समझाते हुए बताया कि जो पर्यटक स्मारक का दीदार करने आते हैं. उनसे अप्रत्यक्ष रूप से आप भी लाभान्वित होते हैं. क्योंकि जो तमाम पर्यटक टैक्स देते हैं उससे सरकार की आमदनी होती है, जिसे सरकार जन कल्याण में खर्च करती है. उसी से आपके वेतन वृद्धि से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, बिजली, पानी और स्कूल आदि का विकास किया जाता है.
देश की आधारभूत संरचना में विकास होगा
प्रोफेसर लवकुश मिश्रा ने सुरक्षाबलों को ऑडियो विजुअल के माध्यम से तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए रोचक तरीके से प्रेरित किया साथ ही समझाया कि हम कर्तव्यों का पालन साधारण तरीके से प्रसन्नता पूर्वक भी कर सकते हैं. अगर हम पर्यटकों से अच्छा व्यवहार करेंगे तो पर्यटक हमारे देश और शहर की अच्छी छवि लेकर जाएंगे और देश के बारे में प्रशंसा करेंगे. जिससे देश की आधारभूत संरचना में विकास होगा. साथ ही हमारा अर्थव्यवस्था में भी काफी योगदान बढ़ेगा.
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कार्यक्रम एक अनूठा प्रयास
वहीं इस कार्यशाला में मौजूद कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा साथी सहयोगी कार्यक्रम एक अनूठा प्रयास है. जिसमें पर्यटन से संबंधित जो अन्य साथी हैं उनको चुन कर उनका सहयोग करना उनकी क्षमता को बढ़ाना प्रमुख उद्देश्य है. इस दिशा में ताजमहल पर तैनात सीआईएसएफ के जवानों का यह प्रशिक्षण एक पहला प्रयास है. इसी तरीके से पर्यटन से जुड़े अन्य लोगों को भी जोड़ कर उनका प्रशिक्षण किया जाएगा. इससे आगरा जैसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन शहर के वातावरण को टूरिस्ट फ्रेंडली बनाए जा सके.