Sahibganj News: बरहरवा के तत्कालीन एसडीपीओ पीके मिश्रा और पाकुड़ के व्यवसायी व ईडी के गवाह शंभू नंदन भगत के बीच हुई बातचीत के दौरान एसडीपीओ द्वारा अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने का वीडियाे वायरल होने मामले की जांच तेज हो गयी है. गुरुवार को मजिस्ट्रेट निरंजन रजक व वर्तमान बरहरवा एसडीपीओ प्रदीप कुमार उरांव के नेतृत्व में पुलिस शंभू नंदन भगत के पाकुड़ स्थित आवास पहुंची. जांच टीम ने शंभूनंदन से बातचीत का मूल डिवाइस की मांग की. इस पर शंभूनंदन ने जांच टीम को बताया कि उन्होंने उक्त मामले में ईडी व हाइकोर्ट में शिकायत की है, इसलिये अपने वकील की सलाह लिये बगैर मूल डिवाइस नहीं दे सकते हैं. जानकारी के अनुसार, इसके बाद यह टीम रांची जिले के अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश के आवास पहुंची लेकिन टीम की मुलाकात दीपक प्रकाश से नहीं हो सकी. वहां उनके पारिवारिक सदस्यों से मुलाकात कर जानकारी प्राप्त की. जानकारी के अनुसार, पुलिस महानिरीक्षक (मानवाधिकार) रांची के आदेश के आलोक में साहिबगंज एसपी नौशाद आलम की ओर से बरहरवा के वर्तमान एसडीपीओ प्रदीप कुमार उरांव को जांच का जिम्मा सौंपा गया है. विदित हो कि बरहरवा के तत्कालीन एसडीपीओ पी के मिश्रा के द्वारा राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश के नाम के साथ अमर्यादित भाषा के प्रयोग करने का कथित ऑडियो वायरल हुआ था. इसके बाद दीपक प्रकाशन ने विशेषाधिकार हनन का मामला वर्ष 2021 में राज्यसभा में लाया गया था. इस मामले को संज्ञान में लेने और छानबीन के बाद राज्यसभा ने इसे विशेषाधिकार हनन के योग्य माना और गृह सचिव, आइजी व डीएसपी को नोटिस भेजा गया. तीनों को छह अक्टूबर को राज्यसभा सचिवालय में उपस्थित होकर पक्ष रखने का निर्देश दिया है.
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