धरना का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता कन्हाई सिंह एवं अपना अधिकार अपना सम्मान मंच की सचिव संतोषी शेखर ने किया. धरना में विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के लोगों ने भाग लिया. श्रीमती शेखर ने कहा कि यहां न सिर्फ शक्तिपुंज एक्सप्रेस का ठहराव सुनिश्चित किया जाये, बल्कि अन्य सवारी ट्रेनों का परिचालन भी शुरू किया जाये. कोरोना संक्रमण काल में यहां के लोगों को काफी आर्थिक क्षति उठानी पड़ी है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता दिलीप कुमार यादव ने कहा कि राज्य सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए इस ट्रेन का ठहराव इन स्टेशनों में कराने के लिए रेल मंत्रालय से पत्राचार करनी चाहिए. धरना के बाद रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष व राज्य के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव को संबोधित एक ज्ञापन प्रभारी स्टेशन प्रबंधक अरुण कुमार और अभिमान श्रीवास्तव को सौंपा गया. कहा गया कि अगर 10 दिनों के अंदर इस ट्रेन का ठहराव इन स्टेशनों पर नहीं हुआ, तो आमरण अनशन शुरू किया जायेगा.
Also Read: SBI के कर्मचारियों को महिलाओं ने बनाया बंधक, बैंक में जड़ा ताला, देर शाम पहुंची पुलिस…
धरना में तस्लीम खान, पवन गुप्ता, दीपक कुमार, दीपू, संजीव कुमार श्रीवास्तव, सतीश कुमार यादव, विकास कुमार सिंह, पप्पू कुमार, संतोष कुमार विश्वकर्मा, साहिल सिंह, अभिषेक कुमार, गुड्डू कादरी, बुधराम व सुबोध सोनी व अन्य उपस्थित थे. धरना स्थल पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से आरपीएफ निरीक्षक के अलावा जीआरपी एवं जिला बल के अधिकारी व जवान तैनात थे.
Also Read: नक्सलियों की नकेल कसेगी सरकार, सैटेलाइट ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जुड़ेंगी झारखंड की दूर-दराज की ग्राम पंचायतें
Posted By : Mithilesh Jha