उलिहातू में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का होगा आगमन, इको फ्रेंडली हेलीपैड ने खींचा सबका ध्यान
15 नवंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उलिहातू आ रही हैं. उनके स्वागत की तैयारियां चल रही है. महामहिम के आगमन को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात हैं. ऐसे में प्रभात खबर की टीम तैयारियों का जायजा लेने के लिए भगवान बिरसा मुंडा के गांव पहुंची. प्रभात खबर की टीम ने उनके परिजनों से बातचीत भी की .
By Ashish Lata | November 14, 2022 12:55 PM
15 नवंबर को झारखंड का 22वां स्थापना दिवस है. इसी दिन भगवान बिरसा मुंडा की जयंती भी है. इस खास मौके पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बिरसा मुंडा की जन्मस्थली यानी उलिहातू आ रही हैं. बता दें कि ये पहला मौका होगा, जब राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू झारखंड आ रही हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उलिहातू में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी और उनके परिजनों से मुलाकात करेंगे. ऐसे में प्रभात खबर की टीम राष्ट्रपति के कार्यक्रमों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए भगवान बिरसा मुंडा के गांव पहुंची.
राष्ट्रपति सहित कई अन्य नेताओं के आगमन के लिए गांव के खेत में हेलीपैड बनाया जा रहा है. ये हैलीपैड आम नहीं बल्कि इको फ्रेंडली है. जैसा कि हम जानते हैं कि जब भी कोई हेलीकॉप्टर उतरता है, तो उससे बहुत सारी धूल उड़ती है, जिससे आसपास के लोगों को परेशानी होती थी. इस इको फ्रेंडली हेलीपैड में ऐसा कुछ भी नहीं होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि हेलीपैड की लिपाई गोबर से की जा रही है. आसपास के जगहों को भी गोबर से ही लीपा जा रहा है.
तैयारियां देखने के क्रम में हमारी मुलाकात अडकी थाना के बीओ से हुई. उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सभी तैयारियां समय पर चल रही है. हमें काफी खुशी है कि हमारे यहां राष्ट्रपति का आगमन हो रहा है. महामहिम यहां हेलीकॉप्टर से उतरेंगी, बाद में सीधे कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान बिरसा मुंडा के गांव जायेंगी. यहां द्रौपदी मुर्मू आधे घंटे रूकेंगी और बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगी. उसके बाद वे वापस चली जायेंगी. सुरक्षा को लेकर पूछे गये सवालों पर बीओ ने कहा कि हमारी तरफ से टाइट सिक्योरिटी की व्यवस्था की गई है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है. खूंटी जिला के संवेदनशील इलाकों में कई दिनों तक कॉम्बिंग ऑपरेशन भी चलाया गया. जंगल में सुरक्षा बल के जवानों को मुस्तैद रखा गया है.
उलिहातू गांव पहुंचने के बाद जैसे ही हम भगवान बिरसा मुंडा के जन्मस्थल पर पहुंचे, वहां हमारी मुलाकात भगवान बिरसा मुंडा के परिवार वालों से हुई. उनसे जब हमने पूछा कि आपको कितना खुशी हो रही है कि राष्ट्रपति 15 नवबंर को यहां आयेंगी? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी खुशी का ठिकाना नहीं है, हम सभी उनसे मिलने के लिए बेताब हैं. उन्होंने बताया कि पारंपरिक तरीके से हम राष्ट्रपति का स्वागत करेंगे. उनके पैर धोयेंगे, फिर उन्हें जन्मस्थली पर लेकर जायेंगे.
भगवान बिरसा मुंडा के परिवार से जब हमने पूछा कि अगर आपको राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से बात करने का मौका मिलेगा, तो आप उनसे क्या कहेंगे. इसपर उन्होंने कहा कि सबसे पहले तो हम उनसे बच्चों की पढ़ाई में मदद करने की गुजारिश करेंगे. बाद में परिवार के लिए एक घर मिल जाये, इसपर बात करेंगे. भगवान बिरसा मुंडा एक स्वतंत्रता सेनानी थे, जब आपसे उनके बारे में कोई पूछता है, तो कितनी खुशी होती है आपको. इस बात पर परिवार वालों ने कहा कि खुशी तो बहुत होती है, लेकिन गर्व सबसे ज्यादा होता है…हमसे अगर कोई भी पूछता है तो हम उन्हें इतिहास के बारे में जरूर बताते हैं.