Home Badi Khabar CNG युक्त ऑटो चलाने की योजना हुई हवा-हवाई, CNG स्टेशन नहीं होने से हजारीबाग शहर कैसे होगा प्रदूषण मुक्त?

CNG युक्त ऑटो चलाने की योजना हुई हवा-हवाई, CNG स्टेशन नहीं होने से हजारीबाग शहर कैसे होगा प्रदूषण मुक्त?

0
CNG युक्त ऑटो चलाने की योजना हुई हवा-हवाई, CNG स्टेशन नहीं होने से हजारीबाग शहर कैसे होगा प्रदूषण मुक्त?

Jharkhand News (आरिफ, हजारीबाग) : हजारीबाग नगर निगम के शहरी क्षेत्र में दो महीने पहले CNG युक्त ऑटो चलाने की घोषणा पर अब तक अमल नहीं हुआ है. इस तरह CNG युक्त ऑटो एवं अन्य छोटी सवारी गाड़ियों का परिचालन कर हजारीबाग को प्रदूषण मुक्त शहर बनाने की योजना टांय टांय फिस्स साबित हो रही है.

बता दें कि उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय RTA एवं DTO ने अगस्त 2021 में योजना शुरू करने की जानकारी दी थी. तैयारी को लेकर दर्जनों ऑटो चालक, कई पेट्रोल पंप मालिक सहित ऑटो संगठन यूनियन प्रतिनिधियों की बैठक कर उन्हें शहर के मुख्य मार्गों पर CNG युक्त सवारी गाड़ी चलाने के लिए प्रेरित किया गया था.

पेट्रोल की बढ़ी कीमत के बाद सभी को CNG के फायदे बताये गये थे. फेज वाइज डीजल, पेट्रोल वाले ऑटो को CNG में परिवर्तित करने की घोषणा की गयी थी. वहीं, शहर के मुख्य चौक-चौराहे स्थित पेट्रोल पंप मालिकों को CNG से चलने वाली सवारी गाड़ियों को आसानी से ईंधन उपलब्ध कराने को लेकर CNG स्टेशन लगाने के निर्देश दिये थे. इधर, दो महीने बाद भी इस पर कोई अमल नहीं होने से शहरवासी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं.

Also Read: झारखंड के लाल महेंद्र सिंह धोनी ने किया कमाल, चौथी बार IPL ट्रॉफी पर कब्जा, कोच व खेल प्रेमियों की जानें राय
क्या थी योजना

पहले से डीजल, पेट्रोल आधारित ऑटो एवं अन्य छोटी सवारी गाड़ियों में CNG किट लगाने की योजना है. CNG किट लगने के बाद इसमें ईंधन क्षमता बढ़ेगी. पेट्रोल- डीजल के मुकाबले प्रति किलोग्राम CNG 62 रुपये मिलेंगे. एक किलोग्राम CNG से 30 किलोमीटर तक वाहन चलेगा. इससेे डीजल एवं पेट्रोल में बड़ी मूल्य वृद्धि का असर लोगों पर कम पड़ेगा. अधिकारियों ने डीजल से चलने वाली ऑटो में किट लगाने पर 50 से 60 हजार एवं पेट्रोल से चलने वाले ऑटो में 25 से 30 हजार रुपये का खर्च बताया है. CNG से चलने वाले वाहनों में पेट्रोल एवं डीजल के मुकाबले मेंटेनेंस खर्च कम है.

शहर को प्रदूषण मुक्त बनाना उद्देश्य

अधिकारियों ने CNG के दो फायदे बताये थे. पहला शहर में पॉल्यूशन कंट्रोल करना था. इसके अलावा मुख्य चौराहों पर रोज जाम से मुक्ति दिलाना इसका मुख्य उद्देश्य था.

नहीं लगा CNG स्टेशन

दो महीने बाद भी अधिकांश चौक- चौराहे स्थित पेट्रोल पंपों में CNG स्टेशन नहीं लगा है. ईंधन की उपलब्धता नहीं की गयी है. रांची- पटना रोड स्थित डेमोटांड़ के मानसरोवर पेट्रोल पंप में एक CNG स्टेशन लगा है. वहीं, शहर के पगमिल, कोर्रा, मोरांगी, सिंदूर सहित अन्य मुख्य जगहों पर स्थित पेट्रोल पंपों में CNG स्टेशन अब तक नहीं लगा है.

Also Read: कानपुर- टूंडला रेलखंड पर मालगाड़ी के डिरेल होने से कई ट्रेनों का रूट हुआ डायवर्ट, देखें पूरी लिस्ट
शहर में CNG स्टेशन नहीं लगने से योजना चालू होने में हो रही देरी : आरटीए सचिव

इस संबंध में उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल मुख्यालय, हजारीबाग के आरटीए सचिव रविराज शर्मा ने कहा कि CNG से चलने वाली ऑटो एवं अन्य सवारी गाड़ियों में यात्री भाड़ा कम लगेंगे. डीजल- पेट्रोल के बढ़े दाम से आमलोगों को राहत मिलेगी. शहर वासियों को पॉल्यूशन से होने वाली विभिन्न प्रकार की बीमारियों से निजात मिलेगा. समय पर कई पेट्रोल पंपों में CNG स्टेशन नहीं लगने से योजना चालू होने में देरी हुई है.

इस मामले में ऑटो चालक और यात्रियों की क्या है राय

ऑटो चालक सीताराम कुमार ने कहा कि पेट्रोल-डीजल में बढ़े दाम से ऑटो चलाना मुश्किल हुआ है. महंगे दर पर पेट्रोल खरीदना पड़ रहा है. यात्री भाड़ा बढ़ाकर नहीं दे रहे हैं. दिन भर कड़ी मेहनत के बाद भी इतने पैसे की कमाई नहीं होती है, जिससे घर- परिवार आसानी से चलाया जा सके. उन्होंने कहा कि CNG आने के बाद उम्मीद जगी, लेकिन इसके अब-तक चालू नहीं होने से उम्मीदों पर पानी फिर गया है.

वहीं, वुमेंस कॉलेज की स्टूडेंट्स प्रियंका कुमारी ने कहा कि कॉलेज आने-जाने में घर से कॉलेज तक प्रतिदिन दो ऑटो बदलना पड़ता है. डीजल- पेट्रोल के बढ़े दाम के कारण ऑटो चालकों ने भाड़ा बढ़ा दिया है. एक दिन में घर से कॉलेज लगभग पांच किमी दूरी तय करने में 40 रुपये से अधिक यात्रा भाड़ा देना पड़ता है. CNG युक्त ऑटो के चलने से उम्मीद है कि भाड़ा 20 रुपये कम देना पड़ा.

Also Read: लातेहार में असुर जनजाति के लोग नहीं मनाते दुर्गापूजा, दूसरे दिन करते हैं दशहरा करम पर्व,जानें क्या है मान्यता

Posted By : Samir Ranjan.

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel
Exit mobile version