Home Badi Khabar झारखंड पंचायत चुनाव :ठेले पर समोसा बेचने वाले 80 साल के बुजुर्ग ने आजमायी किस्मत, बकरियां बेचकर भरा पर्चा

झारखंड पंचायत चुनाव :ठेले पर समोसा बेचने वाले 80 साल के बुजुर्ग ने आजमायी किस्मत, बकरियां बेचकर भरा पर्चा

0
झारखंड पंचायत चुनाव :ठेले पर समोसा बेचने वाले 80 साल के बुजुर्ग ने आजमायी किस्मत, बकरियां बेचकर भरा पर्चा

Jharkhand Panchayat Chunav 2022: झारखंड पंचायत चुनाव में हर वर्ग के लोग किस्मत आजमा रहे हैं. धनबाद के पू्र्वी टुंडी की लटानी पंचायत से एक 80 वर्षीय बुजुर्ग बोदी दत्ता ने वार्ड मेंबर पद के लिए नामांकन किया. वे कभी ठेले पर समोसा बेचते थे. चुनाव के लिए उन्होंने घर की आधा दर्जन बकरियां बेच दीं. इलाके के विकास से क्षुब्ध होकर उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला किया था. परिजनों के मनाने के बाद भी वे नहीं मान रहे थे. हालांकि प्रस्तावक नहीं होने के कारण उनका नामांकन रद्द हो गया.

चुनाव के लिए बेच दीं आधा दर्जन बकरियां

धनबाद जिले के पूर्वी टुंडी में लटानी पंचायत के वार्ड संख्या 7 से एक 80 वर्षीय बुजुर्ग बोदी दत्ता ने वार्ड सदस्य बनने के लिए अपनी आधा दर्जन बकरियां बेच दी हैं. यह वार्ड अनारक्षित है और कुल 4 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. नामांकन के अंतिम दिन और अंतिम समय में बोदी दत्ता नामांकन करने पहुंचे तो पीछे-पीछे उसका बेटा भी पहुंच गया. उसने पिता को मनाया, लेकिन वह नहीं माने और आखिरी समय में वार्ड सदस्य के लिए नामांकन कर दिया. हालांकि प्रस्तावक नहीं होने के कारण उनका नामांकन रद्द हो गया.

Also Read: झारखंड पंचायत चुनाव: हाथों में तिरंगा व घंटी बजाते टानाभगतों ने क्यों घेरा DC ऑफिस, किस बात पर हैं नाराज

कभी ठेले पर बेचते थे समोसा

बोदी दत्ता दो साल पहले लटानी मोड़ पर ठेला लगाकर समोसा, आलू चॉप, छोले आदि बेचा करते थेय जब 2020 में लॉकडाउन लगा, तो दुकान, ठेला आदि बंद हो गये. इसके बाद उन्होंने अपनी बारी में साग-सब्जी लगाने के अलावा बकरियां पालना शुरू किया. जनवितरण प्रणाली की दुकान से गेहूं और चावल उपलब्ध हो ही रहा था और वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत एक हजार रुपये भी मिल रहे थे. उसके बाद वे अपने पुराने धंधे में नहीं उतरे.

Also Read: Jharkhand News: झारखंड के इस गांव के लोगों ने अंतिम संस्कार की परंपरा में क्यों किया बदलाव

इलाके का करेंगे विकास

बोदी दत्ता बताते हैं कि वह जिस वार्ड में रहते हैं, उसमें कोई विकास का काम नहीं हुआ है, जो भी वार्ड सदस्य बनता है, वह इलाके का विकास छोड़कर अपने ही विकास में लग जाता है. इसलिए इस बार उन्होंने स्वयं वार्ड सदस्य बनने का मन बनाया है. अगर वह चुनाव जीतते हैं तो उनेके जैसे सभी गरीब और बुजुर्गों को सरकारी लाभ दिलाने की कोशिश करेंगे.

Also Read: Jharkhand Crime News:शादी में नहीं खिलाया खस्सी, तो बुरी तरह पीटा, जान मारने की धमकी, महिला ने छोड़ा गांव

रिपोर्ट : भागवत दास

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel
Exit mobile version