इससे पहले कब हुई परीक्षा
अगर आप नहीं जानते हैं तो बता दें, इससे पहले JPSC की ओर से एक साथ सातवीं से दसवीं सिविल सर्विसेज की परीक्षा साल 2017, 2018, 2019 और 2020 में आयोजित की गई थी. उस समय जेपीएससी ने परीक्षा के लिए मैक्सिमम एज लिमिट 2016 तय की थी. अब इस बात की आशंका बनी हुई है कि अगर साल 2024 में आने वाले एडवर्टिसमेंट से परीक्षा ली जाती है तो 2020 से लेकर 2023 के बीच तक के लाखों कैंडिडेट इस परीक्षा से वंचित हो जाएंगे. सूत्रों के हवाले से जो जानकारी सामने आयी है उससे पता चलता है कि, कैंडिडेट्स की मांग और स्टेट ऑफ़ मैटर को ध्यान में रखते हुए साल 2020 या 2021 को मैक्सिमम एज लिमिट करने पर हेमंत सरकार विचार-विमर्श कर रही है. केवल यहीं नहीं, इस आशय का प्रस्ताव कार्मिक विभाग की ओर से से सीएम को भेजने की तैयारी भी पूरी तरह से कर ली गयी है.
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340 पोजिशंस पर अपॉइंटमेंट के लिए परीक्षा का आयोजन
इस प्रस्ताव के मुख्यमंत्री की मंजूरी मिलने के बाद सिविल सर्विसेज रूल्स में एज लिमिट रिवीजन पर कैबिनेट की मंजूरी ली जाएगी. पर्सनल डिपार्टमेंट के सूत्रों की अगर माने तो जेपीएससी इस बार भी तीन 11वीं 12वीं और 13वीं सिविल सर्विसेज की परीक्षाएं लेने को तैयार है. इसमें टोटल 340 पोजिशंस पर अपॉइंटमेंट के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. सामने आयी जानकारी के मुताबिक़, एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज के लिए 200 से ज्यादा पदों पर अपॉइंटमेंट्स आने की उम्मीद जताई जा रही है.