शुक्र के अस्त रहने पर नहीं किये जाते मांगलिक कार्य
ज्योतिष कौशल मिश्रा के अनुसार, यदि आप अपना पहला करवा चौथ व्रत रखने जा रहे हैं, तो आपको इसपर एक बार फिर से सोचने की सलाह दी जाती है. करवा चौथ के दिन शुक्र अस्त होने के कारण नवविवाहित महिलाओं को इस साल करवा चौथ के व्रत से बचना चाहिए. कथित तौर पर शुक्र अस्त का प्रभाव 20 नवंबर तक रहेगा. ऐसा माना जाता है कि शुक्र प्रेम, विवाह, सुख और जुनून का ग्रह है और शुक्र के अस्त होने से पहली बार व्रत रखने जा रही महिलाओं के वैवाहिक जीवन में परेशानी आ सकती है. इतना ही नहीं 20 नवंबर तक किसी भी तरह के शुभ कार्य जैसे मुंडन-छेदन, ग्रह प्रवेश, विवाह आदि कार्य करने से बचना चाहिए.
नवविवाहित महिलाएं इस बार न करें व्रत करने से बचें
ज्यादातर महिलाएं जीवन भर करवा चौथ का व्रत रखती हैं. वहीं ज्योतिष के अनुसार कई महिलाएं लगातार 16 साल व्रत रखने के बाद करवा चौथ व्रत का उद्यापन कर देती हैं, यदि आप इस बार व्रत का उद्यापन करने का मन बना रही हैं तो इस बार न करें क्योंकि शुक्र अस्त होने से शुभ फल की प्राप्ति नहीं होगी. इसके अलावा वैसी नवविवाहित महिलाएं जो इस साल से करवा चौथ व्रत की शुरुआत करने जा रही हैं वह भी इस साल से व्रत शुरू करने से बचें तो बेहतर होगा. ऐसी महिलाएं इस बार बिना उपवास किए भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करके पति के लंबी उम्र और सौभाग्य की कामना करें.
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13 अक्टूबर को रखें करवा चौथ व्रत
करवा चौथ चतुर्थी तिथि 12 अक्टूबर 2022, बुधवार को रात में 2 बजकर 03 मिनट से शुरू हो रही है जो 13 अक्टूबर 2022, गुरुवार को रात 2 बजकर 58 बजे पर समाप्त होगी. इसलिए 13 अक्टूबर को ही करवा चौथ का व्रत रखना शुभ है.