चंद्रोदय का महत्व
हिन्दू धर्म में चंद्रमा को देवता के रूप माना जाता है. ऐसे कई व्रत-उपवास आदि होती हैं जिनमें चंद्रोदय समय का विशेष महत्व होता है जैसे- करवाचौथ, त्रयोदशी आदि जिसमें उपासक चंद्र दर्शन मतलब चन्द्रमा निकलने के बाद उसकी पूजा पूरे विधि-विधान से करते है और उसके बाद ही अपना उपवास खोलते हैं.
हर शहर के लिए चन्द्र उदय का समय अलग-अलग होता है. किसी भी शहर की भूगोलिक स्थिति के अनुसार व्रत की तालिका का निर्माण करना बहुत जरुरी होता है. इसके अलावा कुछ पर्व और त्यौहारों ऐसे होते हैं जिसे मनाने के लिए पंचांग में चंद्रोदय के समय पड़ने वाली तिथियों को ज्यादा महत्व दिया जाता है और चंद्र उदय के अनुसार ही पर्व और त्यौहार की तिथियों को निर्धारित किया जाता है.
करवा चौथ पूजा शुभ मुहूर्त
करवा चौथ पर सुहागिन महिलाएं दिनभर उपवास रहते हुए और 16 श्रृंगार करके शाम के समय करवा माता की पूजा और कथा सुनती हैं. इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं एक जगह एकत्रित होकर करवा चौथ की पूजा करती हैं. 13 अक्तूबर को करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 54 मिनट से लेकर 07 बजकर 03 मिनट तक रहेगा.
करवा चौथ चंद्रोदय का समय (Karwa Chauth Chand Nikalne Ka Time)
-
मुंबई में रात 8:47 बजे
-
आगरा में रात 8:07 बजे
-
अलीगढ़ में रात 8:06 बजे
-
मेरठ में रात 8:05 बजे
-
गोरखपुर में शाम 7:47 बजे
-
चंडीगढ़ में रात 8:29 बजे
-
गांधीनगर (गुजरात) में रात 8:36 बजे
-
भोपाल (एमपी) में रात 8:17 बजे
-
पणजी (गोवा) में रात 8:22 बजे
-
पटना (बिहार) में रात रात 8:47 बजे
-
-
रांची (झारखंड) में रात 8:44 बजे
-
रायपुर (छ.ग.) में रात 8:57 बजे
-
हैदराबाद (आंध्र प्रदेश) में रात 8:05 बजे
-
बैंगलोर (कर्नाटक) में रात 8:30 बजे
-
तिरुवनंतपुरम (केरल) में रात 8:45 बजे
-
पांडिचेरी में रात 8:11 बजे
-
भुवनेश्वर (ओडिशा) में रात 8:23 बजे
-
कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में रात 8:30 बजे