खूटी, चंदन कुमार : सरना धर्म समन्वय समिति के तत्वावधान में रविवार को खूंटी के कचहरी मैदान में विशाल सरना धर्म कोड महारैली का आयोजन किया गया. खूंटी के विभिन्न मार्गों से सरना धर्मावलंबियों का जत्था झंडा, बैनर, तख्ती और पोस्टर के साथ खूंटी कचहरी मैदान पहुंचा. यहां विशाल महारैली हुई, जिसमें सरना धर्मावलंबियों को सरना कोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाए गए. इस अवसर पर भगवान सिंगबोंगा की पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. महारैली को संबोधित करते हुए धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने कहा कि सरना प्रकृति पर आधारित मानव सभ्यता का प्राचीनतम धर्म है. राजनीतिक महत्वाकांक्षा के कारण भारत सरकार और राज्य सरकार सरना धर्म कोड तथा आदिवासी अधिकारों के प्रति उदासीन है. सरना धर्म कोड के अभाव में न केवल आदिवासियों की धार्मिक एवं सामाजिक एकता टूटी है, बल्कि सरना धर्म पर लगातार आक्रमण और अतिक्रमण हो रहा है. धर्मांतरण के कारण आदिवासियों की धार्मिक तथा सामाजिक एकता कमजोर हो रही है. केंद्र सरकार यथाशीघ्र सरना धर्म के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए पहल करे.
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