महादेव बुक सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप और वेबसाइट पर रोक
केंद्र सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुरोध पर महादेव ऐप और रेड्डीअन्नाप्रेस्टोप्रो सहित 22 अवैध सट्टेबाजी मंचों पर रोक लगाने के आदेश जारी किये हैं. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई. बयान में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने ऐसा करने का अधिकार होने के बावजूद इन मंचों पर रोक लगाने का अनुरोध नहीं किया. बयान में कहा गया है, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने महादेव बुक और रेड्डीअन्नाप्रेस्टोप्रो सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप और वेबसाइट पर रोक लगाने के आदेश जारी किये हैं.
आईटी मंत्री मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने क्या कहा?
गौरतलब है कि इसी साल सितंबर में ईडी ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़ी 417 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल कंपनी को दुबई से चला रहे थे और हर महीने ऑनलाइन जुए से 450 करोड़ रुपये की कमाई हो रही थी. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के पास आईटी अधिनियम की धारा 69ए के तहत वेबसाइट/ऐप को बंद करने की सिफारिश करने की पूरी शक्ति थी. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और राज्य सरकार द्वारा ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया गया है, जबकि वे पिछले 1.5 वर्षों से इसकी जांच में जुटे हैं.
फ्रेंचाइजी आधारित मॉडल, 70-30 प्रतिशत पर लाभ का बंटवारा
ईडी ने अपनी अभियोजन शिकायत में आरोप लगाया था कि महादेव ऐप एक फ्रेंचाइजी आधारित मॉडल चला रहा था. इसमें लाभ का बंटवारा 70 और 30 प्रतिशत के अनुपात में किया गया था. अभियोजन शिकायत एक चार्जशीट के बराबर होती है. इस साल मार्च में आईटी मंत्रालय ने अनुचित डेटा भंडारण और उसे अन्य देशों में भेजने के साथ-साथ मनी लॉन्ड्रिंग के लिए तत्काल और आपातकालीन आधार पर 138 सट्टेबाजी और जुआ ऐप्स के संचालन पर रोक लगाने के आदेश जारी किये थे. इसके महीनेभर बाद आईटी मंत्रालय ने ऑनलाइन गेम की मंजूरी और गैर-मंजूरी के नियमों लिए 2021 के सूचना प्रौद्योगिकी नियमों में संशोधन किया. इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि कोई भी ऐसा खेल, जिसमें किसी नतीजे पर सट्टेबाजी या दांव लगाया जाता है, उसे भारत में चलाने की अनुमति नहीं है.