सशक्त नेतृत्व के बल पर तेजी से आगे बढ़ रहा देश
आज देश एक बार फिर सशक्त नेतृत्व के बल पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. आने वाले समय में भारत अखंड भारत और विश्व गुरु बनने जा रहा है. नॉलेज बेस्ड सेक्टर (ज्ञान आधारित क्षेत्र) देश को विश्व गुरु बनाने का आधार होगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 इसी परिप्रेक्ष्य में तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि एक समय वह भी था कि जब हम वैक्सीन के लिए विदेशों पर निर्भर रहते थे.जबकि वैश्विक महामारी कोरोना के समय अल्प समय में भारत ने न केवल वैक्सीन बना ली बल्कि पूरे विश्व को सप्लाई भी किया. पहले हम दवाओं के लिए दुनिया के अन्य देशों पर निर्भर रहते थे और आज दुनिया के 195 देश मेड इन इंडिया दवाओं का प्रयोग करते हैं.
भारत को महानतम देश बनाने का संकल्प लेने का आह्वान
उन्होंने विद्यार्थियों से भारत को महानतम देश बनाने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि हमें न सिर्फ देश के विकास में योगदान देना है बल्कि उसमें कंधे से कंधा मिलाकर चलना भी है. डॉ सिंह ने समावर्तन समारोह की सराहना करते हुए कहा कि आज इस दिव्य समारोह का साक्षी होना अपने आप में गर्व की बात है. गुलामी के प्रतीक काले गाउन को नकारकर भारतीय परिधान में दीक्षांत संस्कार करवाना न सिर्फ राष्ट्र के वैचारिक अधिष्ठान की मजबूती का प्रमाण है अपितु इन परिधानों से नव ऊर्जा, नव जीवन और नव चेतना का संचार भी होता है.
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समावर्तन पत्रिका का हुआ विमोचन
समावर्तन संस्कार समारोह के दौरान डॉ सुबोध मिश्र द्वारा संपादित ‘समावर्तन 2023’ पत्रिका का विमोचन मुख्य अतिथि डॉ जीएन सिंह तथा समारोह अध्यक्ष गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजेश सिंह द्वारा किया गया.
पारंपरिक भारतीय परिधान रहा आकर्षण का केंद्र
समावर्तन संस्कार समारोह में मुख्य आकर्षण छात्र-छात्राओं का पारंपरिक भारतीय गणवेश रहा. केसरिया कुर्ता तथा सफेद धोती में छात्र व केसरिया साड़ी में छात्राएं समावर्तन संस्कार समारोह में शामिल हुईं.मुख्य अतिथि ने काले गाउन का यह विकल्प प्रस्तुत करने पर महाविद्यालय को बधाई दी.
रिपोर्ट –कुमार प्रदीप,गोरखपुर