नये-पुराने नेताओं को लेकर चल रहे विवाद पर ममता सख्त
पिछले कुछ दिनों से नये- पुराने तृणमूल नेताओं के बीच चल रही बयानबाजी पर पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सख्त चेतावनी दी. उन्होंने साफ कहा है कि यदि कोई सार्वजनिक रूप से बयानबाजी करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा है कि पार्टी में लोकतंत्र है. जो भी कहना है, वह पार्टी के भीतर कहें. बाहर कोई ऐसा बयान न दें, जिससे पार्टी की छवि खराब हो. हाल के दिनों में राज्य स्तर के पार्टी प्रवक्ता के बयान पर भी ममता बनर्जी ने सख्त नाराजगी जतायी. उन्होंने सुब्रत बख्शी व अभिषेक बनर्जी को दायित्व सौंपा है कि वह नये प्रवक्ता नियुक्त करें.
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नये प्रवक्ता नियुक्त करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी सुब्रत व अभिषेक को
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में तृणमूल के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्शी ने कहा कि अपने निजी स्वार्थ को अलग रख कर लोकसभा चुनाव के कामकाज में हिस्सा लेना होगा. पार्टी के प्रति सभी निष्ठा के साथ काम करें. यह भी कहा गया है कि पार्टी ने कर्मचारियों को किसी न किसी काम पर लगाया है. उनके दायित्व भी बांट दिये गये हैं. पार्टी के निर्देश के मुताबिक ही सभी को चलना होगा. बताया गया है कि पांच से छह महत्वपूर्ण जिलों की बैठक में स्वयं मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगी.
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जिलों को लेकर राज्य के शीर्ष नेता करेंगे बैठक
बाकी जिलों को लेकर राज्य के शीर्ष नेता बैठक करेंगे. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री मानस भुइंया ने कहा कि पार्टी नेत्री ने सभी को एकजुट होकर काम करने का निर्देश दिया है. साथ ही उन्होंने खुलेआम बयानबाजी पर सख्त कार्रवाई करने की बात भी कही हैं. उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर सभी की राय एक नहीं हो सकती है. इसकी चर्चा पार्टी के भीतर करनी होगी. सार्वजनिक रूप से बयानबाजी करने पर कार्रवाई होगी.
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