इंजीनियरिंग शब्द लैटिन शब्द इंजेनियम से लिया गया है जिसका अर्थ है स्वाभाविक निपुणता. ऐसा कहा जाता है कि “एक अच्छा इंजिनियर वही है जो किताबी ज्ञान को वास्तविक रूप दे पाए. इन बातों को सच उस व्यक्ति ने कर दिखाया जो भारत के महान इंजीनियरों में से एक थे और जिनके जन्मदिवस के उपलक्ष्य में भारत में हर साल 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे मनाया जाता है. हम बात कर रहे हैं भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की. एक साधारण परिवार में जन्मे एम विश्वेश्वरैया ने मात्र 12 वर्ष की आयु में अपने पिता को खो दिया था. मगर कठिन परिस्थितियों में भी उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की और फिर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री ली. आज भारत इंजीनियरिंग के क्षेत्र में दुनिया के अग्रणी देशों में शामिल है, उसकी नींव डालने वाले इंजीनियर विश्वेश्वरैया ही थे. .एम. विश्वेश्वरैया के देश के प्रति किए गए महान कार्यों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए भारत सरकार ने साल 1968 में उनके जन्मदिन को इंजीनियर्स डे के तौर पर मनाने का एलान किया.
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