बसंत पंचमी के दिन राशि अनुसार मां सरस्वती को करें ये चीजें अर्पित, ज्ञान और बुद्धि में होगी वृद्धि
Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी के दिन सरस्वती मां की पूजा करने से ज्ञान और बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है. कई जगह बसंत पंचमी के दिन सरस्वती देवी के साथ विष्णु भगवान की भी आराधना होती है.
By Radheshyam Kushwaha | February 6, 2024 9:02 AM
Basant Panchami 2024: हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है. बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करने का विधान है. मां सरस्वती को ज्ञान, संगीत, कला, विज्ञान और शिल्प-कला की देवी माना जाता है, इस बार माघ महीने में 14 फरवरी को बसंत पंचमी मनाई जाएगी. इस दिन पीले वस्त्र पहनने और दान करने का काफी महत्व माना जाता है. बसंत पंचमी के दिन सरस्वती मां की पूजा करने से ज्ञान और बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है. कई जगह बसंत पंचमी के दिन सरस्वती देवी के साथ विष्णु भगवान की भी आराधना होती है. मां सरस्वती को खिचड़ी और पीले चावल का भोग चढ़ाया जाता है. बसंत पंचमी के दिन राशि अनुसार मां सरस्वती की पूजा करने पर ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि होती है.
बसंत पंचमी 2024 का शुभ मुहूर्त
माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 13 फरवरी को दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से होगी और इसके अगले दिन 14 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट पर तिथि का समापन होगा. उदया तिथि के अनुसार, इस बार बसंत पंचमी 14 फरवरी को मनाई जाएगी.
सरस्वती पूजा की ये हैं शुभ मुहूर्त
पंचमी तिथि : सुबह 6 बजकर 28 मिनट से शाम 5 बजकर 52 मिनट तक
लाभ व अमृत मुहूर्त : प्रातः 6 बजकर 28 मिनट से सुबह 9 बजकर 15 मिनट तक
शुभ योग मुहूर्त : सुबह 10 बजकर 40 मिनट से दोपहर 12 बजकर 04 मिनट तक
अभिजित मुहूर्त : 11 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक
चर मुहूर्त : शाम 2 बजकर 52 मिनट से 4 बजकर 17 मिनट तक
बसंत पंचमी पूजा विधि
बसंती पंचमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें.
उसके बाद माता सरस्वती की मूर्ति साफ चौकी पर स्थापित करें.
इस दिन पीले वस्त्र धारण कर के ही पूजा करना चाहिए.
माता सरस्वती की वंदना करें और भोग लगाएं.
अंत में माता सरस्वती की आरती करें और प्रसाद वितरित करें.