Pakistan PM Shehbaz Sharif : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे अपनी छाती पीटकर यह कहते नजर आ रहे हैं कि अगर पाकिस्तान ने अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में भारत को पीछे ना कर दिया तो मेरा नाम शहबाज शरीफ. शहबाज इतने अति उत्साह में हैं कि वे उछल पड़ते हैं और माइक तक को गिरा देते हैं.
शहबाज चूंकि भारत को पीछे करने की बात करते हैं, तो उनके भाषण पर भीड़ खूब ताली पीटती है. शहबाज शरीफ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भाषण दे रहे थे. शहबाज शरीफ के नाम का अर्थ सफेद बाज. बाज हमेशा अपने लक्ष्य को भेदने के लिए जाना जाता है, लेकिन शहबाज शरीफ जिस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, ऐसा प्रतीत नहीं होता है कि वे सही तरीके से अपने लक्ष्य को समझते हैं.
If I don't defeat #India, my name is not Shehbaz Sharif," says PM Shehbaz, pledging to outpace regional rivals like India in development. Speaking in Dera Ghazi Khan, he emphasized the need for unprecedented federal-provincial collaboration to steer Pakistan towards progress.… pic.twitter.com/nQudEuLH2K
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) February 22, 2025
भारत की अर्थव्यवस्था के सामने सिफर है पाकिस्तान
वर्ष | भारत (%) | बांग्लादेश (%) | पाकिस्तान (%) |
---|---|---|---|
2023 | 6.1 | 5.5 | 3.5 |
2024 | 6.3 | 5.8 | 3.7 |
2025 | 6.5 | 6.0 | 3.9 |
भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है. आईएमएफ(International Monetary Fund) के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की तुलना में काफी बड़ी है. भारत का विकास दर जहां 6.5% है, वहीं पाकिस्तान का विकास दर महज 3.2% है. अर्थव्यवस्था के मामले में आईएमएफ भारत को पाकिस्तान से काफी आगे मानता है. भारत की अपेक्षा पाकिस्तान पर ऋण का बोझ भी बहुत ज्यादा है.
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भारत की अर्थव्यवस्था 3.73 ट्रिलियन डॉलर की है
भारत की अर्थव्यवस्था 4 ट्रिलियन डालर के करीब है, अर्थव्यवस्था के लिहाज से पूरी दुनिया में उससे ऊपर सिर्फ अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी हैं. अगर भारत 5 ट्रिलियन डालर की इकोनाॅमी हो जाएगी, तो उससे ऊपर सिर्फ चीन और अमेरिका ही रहेंगे. इस लिस्ट में पाकिस्तान का कहीं जिक्र भी नहीं होता है. पाकिस्तान का जीडीपी 341 अरब डालर का है और वह विश्व की रैंगिंग में 158वें नंबर पर है.
विश्व की दस बड़ी अर्थव्यवस्थाएं
स्थान | देश | GDP (मिलियन अमेरिकी डॉलर में) |
---|---|---|
1 | संयुक्त राज्य अमेरिका | 26,950,000 |
2 | चीन | 17,790,000 |
3 | जापान | 4,230,000 |
4 | जर्मनी | 4,430,000 |
5 | भारत | 3,730,000 |
6 | यूनाइटेड किंगडम | 3,330,000 |
7 | फ्रांस | 3,050,000 |
8 | इटली | 2,190,000 |
9 | ब्राज़ील | 2,130,000 |
10 | कनाडा | 2,120,000 |
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति खस्ता, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कठोर शर्तों पर दिया है ऋण
पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है. देश कंगाली के हालात में है. कर्ज इतना बढ़ चुका है कि ब्याज चुकाने में भी पाकिस्तान को परेशानी हो रही है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर जमील अहमद का बयान कुछ दिन पहले आया था जिसमें उन्होंने यह बताया था कि पाकिस्तान पर 26.2 बिलियन डालर का कर्ज है. इस कर्ज को चुकाने के लिए पाकिस्तान ने मित्र देशों से समय सीमा बढ़ाने की गुजारिश की है, वहीं अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से कठोर शर्तों पर ऋण लिया है, क्योंकि चीन के अतिरिक्त अन्य कोई देश पाकिस्तान को ऋण देकर अपना पैसा गंवाना नहीं चाह रहा है.
राजनीतिक अस्थिरता भी अर्थव्यवस्था को करती है कमजोर
पाकिस्तान के गठन के बाद से ही वहां राजनीतिक स्थिरता का अभाव रहा है. सेना कई बार सत्ता पलट कर वहां कमान अपने हाथों में ले लेती है. शहबाज शरीफ को भी सत्ता राजनीतिक अस्थिरता के बाद ही मिली थी, जब इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया गया था.
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