Bengal Chunav 2021 : जब मंच पर पीरजादा अब्बास की हुई एंट्री तो माइक छोड़ जाने लगे कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, पढ़िए ब्रिगेड रैली की इनसाइड स्टोरी
furfura sharif Pirzada Abbas siddiqui, Congress adhir Ranjan Chowdhury : कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में वाममोर्चा, कांग्रेस और आईएसएफ की रैली के दौरान एक नाटकीय घटनाक्रम देखा गया. दरअसल, जब मंच पर कांग्रेस प्रदेश के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी भाषण दे रहे थे, उसी वक्त इंडियन सेकुलर फ्रंट के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी मंच पर पहुंचे. सिद्दीकी के मंच पर पहुंचते ही आईएसएफ के कार्यकर्ता हूटिंग करने लगे, जिससे अधीर रंजन चौधरी असहज हो गए और माइक छोड़ जाने लगे.
By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2021 5:13 PM
bengal chunav 2021 : कोलकाता के ब्रिगेड मैदान में वाममोर्चा, कांग्रेस और आईएसएफ की रैली के दौरान एक नाटकीय घटनाक्रम देखा गया. दरअसल, जब मंच पर कांग्रेस प्रदेश के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी भाषण दे रहे थे, उसी वक्त इंडियन सेकुलर फ्रंट के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी मंच पर पहुंचे. सिद्दीकी के मंच पर पहुंचते ही आईएसएफ के कार्यकर्ता हूटिंग करने लगे, जिससे अधीर रंजन चौधरी असहज हो गए और माइक छोड़ जाने लगे. हालांकि वाममोर्चा के चेयरमैन विमान बसु ने उन्हें तुरंत मना लिया.
ये है वजह – बताया जा रहा है कि कांग्रेस और इंडियन सेकुलर फ्रंट के बीच अभी भी सीट समझौते का मसला नहीं सुलझा है, जिसका परिणाम ब्रिगेड मैदान में दिखा. पीरजादा अब्बास की जैसे ही मंच पर एंट्री हुई, वैसे ही इंडियन सेकुलर फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने हूटिंग शुरू कर दिया, जिससे अधीर मंच छोड़कर जाने लगे. वहीं इस घटनाक्रम पर तृणमूल ने हमला बोला है.
पीरजादा ने भाषण में नहीं लिया कांग्रेस का नाम- बता दें कि अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) जैसे ही भाषण खत्म किया वैसे ही वाममोर्चा ने पीरजादा अब्बास को डायस पर बुला लिया. अब्बास ने अपने स्पीच में वाममोर्चा और आईएसएफ (ISF) को वोट देने की अपील कई बार किया, लेकिन एक बार भी कांग्रेस का नाम नहीं लिया.
वहीं कांग्रेस नेता भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) भी अपने संबोधन में पीरजादा अब्बास का नाम नहींं लिया. बताया जा रहा है कि कांग्रेस और इंडियन सेकुलर फ्रंट मेंं अब भी सबकुछ ठीक नहीं है, जिसके कारण यह स्थिति बनी है. बताते चलें कि बीते दिनों कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी प्रदेश नेतृत्व को पत्र लिखकर पीरजादा अब्बास के साथ सीटों का मसला सुलझाने का निर्देश दे चुकी है.