WB : पुलिस ने सिलीगुड़ी में राहुल गांधी को ‘न्याय यात्रा’ करने की नहीं दी इजाजत,कांग्रेस नेता ने कहा,रैली होगी

कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा यह न्याय यात्रा देश के सभी लोगों के लिए है, किसी का समर्थन या विरोध करने के लिए नहीं. पहली बार हमें भारत जोड़ो यात्रा में ऐसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

By Shinki Singh | January 26, 2024 12:08 PM
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सिलीगुड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की ‘न्याय यात्रा’ सभा करने की पुलिस ने नहीं दी इजाजत. कांग्रेस 28 जनवरी को सिलीगुड़ी में प्रवेश कर वहां रैली करने की योजना बना रही थी. पुलिस से भी इजाजत मांगी गई थी. लेकिन सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट ने बैठक की इजाजत नहीं दी. ये बात कांग्रेस नेता अधीर चौधरी ने कही. कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का कहना है, “न्याय यात्रा को रोकने के लिये शुरू से ही हर तरह के हथकंडे अपनाए गए.

मणिपुर में राहुल गांधी को सभा करने की इजाजत नहीं दी गई. असम में सरकार के आदेश पर कई पुलिस कर्मियों ने यात्रा पर हमला किया. पश्चिम बंगाल में हमने बैठक आयोजित करने का अनुरोध किया लेकिन इनकार कर दिया गया. यह न्याय यात्रा देश के सभी लोगों के लिए है, किसी का समर्थन या विरोध करने के लिए नहीं. पहली बार हमें भारत जोड़ो यात्रा में ऐसी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक न्याय यात्रा 28 जनवरी को फलकट्टा से शुरू होगी. यह मैनागुड़ी होते हुए जलपाईगुड़ी शहर पहुंचेगी. राहुल वहां पीडब्ल्यूडी जंक्शन से पैदल चलकर कदमतला चौक पहुंचेंगे. दोपहर में एबीपीसी ग्राउंड का दौरा करेंगे. उसके बाद जलपाईगुड़ी के राजगंज ब्लॉक के फाटापुकुर से फिर यात्रा शुरू होगी.वह स्थान जलपाईगुड़ी शहर से 17 किमी दूर है. फाटापुकुर से सीधे सिलीगुड़ी थारन मोड़.वहां राहुल की सभा होनी थी. इसके बाद राहुल गांधी को नक्सलबाड़ी होते हुए उत्तरी दिनाजपुर के सोनापुर में रात्रि विश्राम करना था. हालांकि पुलिस ने उन्हें रैली की इजाजत नहीं दी है फिर भी रैली होगी ऐसा कहना है अधीर रंजन चौधरी का.

टीएमसी नेता सुष्मिता देव कहती हैं, “अधीर रंजन चौधरी वर्षों से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हैं. बंगाल में उनका रिकॉर्ड क्या रहा है ? अगर उन्होंने सोचा होता, तो सीट बंटवारे के मामले में उन्हें कोई झिझक नहीं होती. इसलिए मैं कहना चाहूंगी कि वह जिस तरह के बयान दे रहे हैं वह देश की संस्कृति के खिलाफ है. मुझे लगता है कि वह जितना कम बोलेंगे, 2024 के चुनाव के लिए उतना ही अच्छा होगा.

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