खरसावां में शहीद दिवस की तैयारी शुरू, पारंपरिक विधि-विधान के साथ शहीदों को दी जायेगी श्रद्धांजलि

खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए तैयारी शुरू हो गयी. मालूम हो कि कि एक जनवरी, 1948 को खरसावां हाट में 50 हजार से अधिक आदिवासियों की भीड़ पर ओड़िशा मिलिटरी पुलिस ने अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें कई आदिवासी शहीद हुए थे.

By Samir Ranjan | December 20, 2022 9:45 PM
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Jharkhand News: खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने को लेकर तैयारी शुरू हो गयी है. सरायकेला-खरसावां जिला के खरसावां के आरसीडी गेस्ट हाउस में वृहद झारखंड जनाधिकार मंच की बैठक खरसावां प्रखणंड अध्यक्ष राजू मुंडा के अध्यक्षता में हुई. बैठक में मुख्य रूप से शहीद दिवस कार्यक्रम में मंच का सफल भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए विशेष चर्चा की गई. आगामी एक जनवरी, 2023 को खरसावां के वीर शहीदों को पारंपरिक विधि-विधान के साथ श्रद्धांजलि दी जायेगी.

शहीदों के सपनों को पूरा करेंगे : बिरसा सोय

बैठक को संबोधित करते हुए मंच के केंद्रीय अध्यक्ष बिरसा सोय ने कहा कि एक जनवरी, 1948 को सैकड़ों आंदोलनकारियों ने वृहद झारखंड अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर अपने प्राणों की आहूति दी थी. लेकिन, इसे दुर्भाग्य ही कहा जायेगा कि इस घटना के 75 साल गुजर जाने के बाद भी शहीदों का सपना पूरा नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि आज भी वृहद झारखंड क्षेत्र के लोग वृहद झारखंड अलग राज्य बनने के इंतजार में हैं. कहा कि खरसावां गोलीकांड के 75 वर्ष बाद भी आज तक शहीदों को न्याय नहीं मिल पाया है. शहीदों के आश्रीतों को सरकारी स्तर पर सम्मान नहीं मिल पाया. उन्होंने कहा कि वृहद झारखंड जनाधिकार मंच खरसावां के शहीदों के सपनों को साकार करेगी.

क्या है खरसावां गोलीकांड

एक जनवरी, 1948 को खरसावां हाट में 50 हजार से अधिक आदिवासियों की भीड़ पर अंग्रेजों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस फायरिंग में कई आदिवासी शहीद हुए थे. बता दें कि ये आदिवासी खरसावां को ओड़िशा में विलय का विरोध कर रहे थे. इसी विरोध को शांत करने के लिए ओड़िशा मिलिटरी पुलिस ने आदिवासियों की इस भीड़ पर अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस गोलीकांड को आजाद भारत का सबसे बड़ा गोलीकांड माना जाता है.

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बैठक में ये रहे मौजूद

बैठक में उपस्थित मंच के केंद्रीय महासचिव ज्योतिष महाली ने कहा कि आगामी एक जनवरी, 2023 को खरसावां में आयोजित की गयी है. उन्होंने कहा कि वीर शहीदों को न्याय दिलाने के लिए मंच की ओर से निरंतर आंदोलन को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे. बैठक में मुख्य रूप से केंद्रीय महासचिव ज्योतिष महाली, केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष लॉरेंस जोजो, युवा मंच के सरायकेला-खरसावां जिला अध्यक्ष बिरसा बंकिरा, खरसावां प्रखंड अध्यक्ष राजू मुंडा, खूंटपानी प्रखंड अध्यक्ष संजय मेलगांडी, भारत उरांव जादू मुंडा, सोमरा उरांव, चैतान पुर्ती, राजेन्द्र अमंग, राजेश तीयू आदि उपस्थित हुए.

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