प्रियंका चोपड़ा ने यूक्रेन के लोगों के लिए मांगी मदद, साझा की सोन्या की कहानी, VIDEO
ग्लोबल आइकॉन प्रियंका चोपड़ा अक्सर अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में छाई रहती हैं. वो किसी भी मुद्दे से बेबाकी से अपनी राय रखती हैं.
By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2022 6:38 AM
ग्लोबल आइकॉन प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) अक्सर अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में छाई रहती हैं. वो किसी भी मुद्दे से बेबाकी से अपनी राय रखती हैं. वो हमेशा लोगों की मदद करने के लिए आगे रहती हैं. अब प्रियंका ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर सोन्या नाम की एक लड़की की कहानी साझा की है जो युद्धग्रस्त यूक्रेन के खार्किव में एक मेट्रो स्टेशन पर रह रही हैं. बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध पर बोलते और यूक्रेन को सपोर्ट करते हुए देखा गया है.
उन्होंने इस पोस्ट के साथ कैप्शन दिया, “भूमिगत बिताया गया बचपन कोई बचपन नहीं है जिसे किसी भी बच्चे को सहना पड़े. सोन्या की कहानी सुनने के लिए कुछ समय निकालें…दुनिया भर में अभी जो कुछ भी चल रहा है, उसके आलोक में यह एक महत्वपूर्ण कहानी है. हम सभी के लिए क्योंकि, जिन परिस्थितियों में वह रह रही हैं, सोन्या अभी भी रोलर-स्केटिंग और पढ़ाई कर रही हैं, @unicef को धन्यवाद, जो शिक्षा, स्वच्छ पानी तक पहुंच, मानसिक स्वास्थ्य सहायता, चिकित्सा आपूर्ति और बहुत कुछ प्रदान कर रहे हैं.
उन्होंने आगे लिखा, किसी भी बच्चे को भूमिगत नहीं रहना चाहिए. किसी भी बच्चे को डर के साए में नहीं रहना चाहिए. किसी भी बच्चे को उनके अधिकारों से वंचित नहीं किया जाना चाहिए. यही कारण है कि सुरक्षा, स्थिरता और सुरक्षा की सख्त जरूरत वाले बच्चों और परिवारों की मदद के लिए यूनिसेफ और उसके सहयोगी जो कर रहे हैं, वह बहुत महत्वपूर्ण है. अगर आप कर सकते हैं तो कृपया मदद करें… डोनेशन करने के लिए बस मेरे बायो में दिए गए लिंक पर टैप करें.
उन्होंने अपनी इंस्टा स्टोरी पर सोन्या का एक वीडियो साझा किया है और उसकी बहादुरी की प्रशंसा की है. उन्होंने लिखा, मैं आज आपलोगों को बहुत ही स्पेशल लड़की सोन्या से मिलाना चाहती हूं, जो सिर्फ 10 साल की है. यह बहुत बहादुर लड़की है जिसे यूक्रेन में चल रहे युद्ध की वजह से घर छोड़ना पड़ा. उसे अब मेट्रो स्टेशन पर रहना पड़ रहा है. सोन्या की तरह ऐसे लाखों यूक्रेनी लोग हैं, जिन्हें अपनी अच्छी जिंदगी को छोड़कर जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इस कठिन समय में यूक्रेन के लोगों का सपोर्ट करना जरूरी है. इसे जारी रखना होगा, खासतौर पर बच्चों के लिए.”