वाम दलों की राजनीति से भी बदतर है तृणमूल की राजनीति , ममता बनर्जी पर बरसे रविशंकर
पश्चिम बंगाल में लगातार हो रही हिंसा पर भाजपा सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला.राज्य में हर चुनाव के दौरान कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है आखिर क्यों ?
By Shinki Singh | July 12, 2023 3:42 PM
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही हिंसा का खूनी खेल जारी है. ऐसे में भाजपा सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की 4 सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी जांच करने के लिये कोलकाता पहुंची. कोलकाता पहुंचने के बाद बंगाल हिंसा को लेकर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए भाजपा सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला. उनका कहना है कि ममता जी की राजनीति वाम दलों की राजनीति से भी बदतर हो गई है. आपकी राजनीति अत्याचारों से भरी क्यों हो गई है ? हमें जवाब चाहिए.
रविशंकर प्रसाद का कहना है कि राज्य में हर चुनाव के दौरान कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है आखिर क्यों ?. आप अपने राज्य को संभालने में असमर्थ नजर आ रहीं हैं. उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि ममता जी सभी 4 सांसदों को पश्चिम बंगाल में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने की अनुमति देंगी. ममता जी, आपकी लोकतांत्रिक साख अभी और परीक्षा में है. हम संसद के वरिष्ठ सदस्य हैं. और हमें इन क्षेत्रों का दौरा करने और सच्चाई देखने का अधिकार है.
ममता जी की राजनीति वाम दलों की राजनीति से भी बदतर हो गई है। आपकी राजनीति अत्याचारों से भरी क्यों हो गई है? हमें जवाब चाहिए। राज्य में हर चुनाव के दौरान कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है: बीजेपी की तथ्यान्वेषी टीम के प्रमुख रविशंकर प्रसाद, कोलकाता pic.twitter.com/7HU3fnnkg6
रविशंकर प्रसाद ने कहा उत्तर प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनावों में बीजेपी ने क्लीन स्वीप किया, लेकिन राज्य भर में कहीं कोई हिंसा की घटना नहीं हुई. तो फिर पश्चिम बंगाल में ऐसा क्यों है? कल भी वोटों की गिनती के दौरान किसी की हत्या कर दी गई थी. ममता जी, आपने बंगाल में लोकतंत्र को शर्मसार किया है. ममता जी मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आप मीडिया का सामना करने और इस जीत पर अपनी खुशी साझा करने की स्थिति में क्यों नहीं हैं? आपको तो चुनाव में जीत के लिये बंगाल वासियों को धन्यवाद देना चाहिए था लेकिन आप खामोश है आखिर क्याें ?