Republic Day 2024: भारत में गणतंत्र दिवस की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. दिल्ली में मौजूद सभी ऐतिहासिक इमारतें दुल्हन की तरह सज गई हैं. शुक्रवार यानी 26 जनवरी को भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. इस दिन साल 1950 में भारतीय संविधान को लागू किया गया था. गणतंत्र दिवस को खुद भारत सरकार और जनता बड़े ही धूमधाम से मनाती है. नई दिल्ली के इंडिया गेट पर एक विशेष आयोजन होता है जिसमें राष्ट्रपति के सामने परेड होती है और विभिन्न कला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. वहीं लाल किले में भी लाइट्स से सजावट की गई है. आइए जानते हैं इस खास अवसर पर लाल किला का असली नाम, इतिहास आदि के बारे में विस्तार से.
लाल किला का असली नाम “क़िला-ए-मुबारक” है. इसे लाल किला कहा जाता है क्योंकि इसकी दीवारें लाल रंग में हैं. लाल किला नई दिल्ली में स्थित है और यह एक ऐतिहासिक किला है जो मुग़ल सम्राट शाहजहाँ द्वारा 17वीं सदी में बनवाया गया था. लाल किला भारत के राष्ट्रीय प्रतीकों में से एक है और इसे पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रयोग किया जाता है.
लाल किला का निर्माण 17वीं सदी में किया गया था. इसका निर्माण मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने दिल्ली में अपनी राजधानी के रूप में करने के लिए कराया था. इसका निर्माण 1638 से 1648 तक हुआ था. इस किले की स्थापना का उद्देश्य शाहजहाँ के समय को राजमहल से बचाना और एक नए प्रतिष्ठान को प्रमोट करना था. इसे बनाने में करीब 10 साल लग गए थे. लाल किला भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण स्मारक है और यह दिल्ली का एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है.
लाल किला का क्षेत्रफल लगभग 254 एकड़ (103 हेक्टेयर) है. यह दिल्ली में स्थित है और इसे एक बड़े और भव्य मुग़ल किले के रूप में जाना जाता है. मुगल शासन के दौरान शाही परिवार के लोग इसे मुबारक किला कहते थे. लाल किले में प्रवेश के लिए दो द्वार हैं जो लाहौरी गेट और दिल्ली गेट है.
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