सामाजिक संस्थाओं के विरोध पर लगी रोक
‘सुल्तान’ को आरपीएफ लंबे समय से अपने साथ रख रहा है. इस कुत्ते की वजह से कई घटनाओं का खुलासा हुआ था. लेकिन, कुछ समय से सुल्तान के शरीर में पथरी हो गई थी. जिससे वह काम करने में असमर्थ था और इसी वजह से आरपीएफ ने रविवार को खोजी कुत्ता सुल्तान की नीलामी के लिए विज्ञप्ति निकाली थी. आपको बता दें सुल्तान आरपीएफ में करीब 4 साल से सेवा दे रहा है. आरपीएफ के खोजी श्वान सुल्तान की नीलामी के बारे में जब प्रकाशित किया गया तो इसकी जानकारी पशु प्रेमी और पशु अधिकार कार्यकर्ताओं को मिली.
Also Read: बरेली में नीलगाय ने ली भाई-बहन की जान, भांजे की हालत गंभीर, जानें कैसे हुआ हादसा…
अब सुल्तान की नहीं होगी नीलामी
आगरा में कैशपर्स होम ट्रस्ट की संचालिका विनीता अरोड़ा ने इस जानकारी के बाद दिल्ली के जीव जंतु कल्याण बोर्ड और पीपल फॉर एनिमल्स ट्रस्ट से इसकी शिकायत की. वहीं, कैश्पर्स होम ट्रस्ट के अधिवक्ता पार्थ सेमवाल ने आरपीएफ के अधिकारियों से बात की और सुल्तान की नीलामी को पशु क्रूरता बताया. उन्होंने आरपीएफ से कहा कि वह सुल्तान की नीलामी ना करें. बल्कि उसका इलाज कराएं. व जंतुओं के लिए काम करने वाली संस्था के विरोध के बाद आरपीएफ के दस्ता के प्रभारी ओमप्रकाश शर्मा ने नीलामी पर रोक लगा दी. उन्होंने बताया कि अब सुल्तान की नीलामी नहीं की जा रही. वहीं वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त अनुभव जैन के अनुसार नए नियम के आधार पर श्वान को पशु प्रेमी या संस्था के सुपुर्द किया जाएगा.